सड़क पर किसान कर्जमाफी के लिए कर रहे प्रदर्शन, सदन में बढ़ गई विधायकों की सैलरी
तमिलनाडु के विधायकों ने अपनी सैलरी में की 100 फीसदी बढ़ोत्तरी, तमिलनाडु के किसान दिल्ली में कर रहे है किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन
चेन्नई। एक तरफ जहां तमिलनाडु के किसान खेती के प्रति सरकार के ढुलमुल रवैए के खिलाफ दिल्ली में प्रदर्शन कर रहे हैं तो दूसरी तरफ तमिलनाडु के विधायकों ने अपनी सैलरी को बढ़ाने का प्रस्ताव पास कर लिया है। तमिलनाडु में विधायकों की सैलरी अब 50000 रुपए से बढ़ाकर 1.05 लाख रूपये कर दी गई है।
पेंशन में भी की गई बढ़ोत्तरी
यही नहीं विधायकों को मिलने वाली पेंशन में भी इजाफा कर दिया गया है। हर विधायक को मिलने वाली पेंशन भी मौजूदा 12000 रूपए से बढ़ाकर 20000 रूपए कर दी गई है। विधायकों के चुनाव क्षेत्र में खर्च किए जाने वाले भत्ते को भी 2 करोड़ से बढ़ाकर 2.5 करोड़ रुपए कर दिया गया है। इस फैसले की घोषणा मुख्यमंत्री इदाप्पदी पलानीसामी ने बुधवार तमिलनाडु की विधानसभा में की।
किसान कर्जमाफी के लिए सड़कों पर
गौर करने वाली बात है कि यह फैसला उस वक्त लिया गया है जब तमिलनाडु के किसान अपने ऋण को माफ कराने के लिए दिल्ली में प्रदर्शन कर रहे हैं। बीते कुछ महीनो से ही देश भर के किसान अपने कर्ज को माफ कराने के लिए राज्य सरकारों और केंद्र सरकार के आगे अपनी मांग रख रहे हैं।आपको बता दें कि बीते दो सालों में सूखे के कारण किसानो को भारी घाटा झेलना पड़ा था और इस साल भी अभी तक पर्याप्त मात्रा में बारिश नहीं हुई है, जिसके चलते किसानों को नुकसान का सामना करना पड़ रहा है।
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राज्यसभा में सैलरी को बढ़ाने की मांग
तमिलनाडु के विधायकों की सैलरी में बढ़ोत्तरी के बाद राज्यसभा में भी के कुछ सांसदों ने ये मुद्दा उठाया है। समाजवादी पार्टी के नेता नरेश अग्रवाल ने सांसदों की सैलरी को बढ़ाने की मांग करते हुए कहा है कि सांसदों की सैलरी उनके सचिवों से भी कम होती है। इसलिए इसपर विचार किया जाना चाहिए।