लोकसभा चुनाव: भाजपा का अन्नाद्रमुक के साथ गठबंधन, पांच सीटों पर लड़ेगी चुनाव
Recommended Video
चेन्नई। भारतीय जनता पार्टी और ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कझगम (अन्नाद्रमुक) आगामी लोकसभा चुनाव मिलकर लड़ेंगे। मंगलवार को दोनों दलों के नेताओं ने तमिलनाडु और पुडुचेरी के लिए गठबंधन का ऐलान किया है। भाजपा को पांच लोकसभा सीटें दी गई हैं। अन्नाद्रमुक लीडर, तमिलनाडु के सीएम ई पीनरसेलमवम और डिप्टी सीएम ओ. पनीरसेल्वम ने केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता पीयूष गोयल के साथ साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी जानकारी दी। तमिलनाडु में लोकसभा की 39 जबकि पुडुचेरी में एक लोकसभा सीट है।
उपचुनाव में एआईएडीएमके को समर्थन: गोयल
गठबंधन के ऐलान के बाद भाजपा नेता पीयूष गोयल ने कहा है कि तमिलनाडु में 21 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव में भाजपा का समर्थन एआईएडीएमके के उम्मीदवारों को रहेगा। उन्होंने कहा कि वो राज्य में ओ पनीरसेल्वम और ई. पनीरसेल्वम के नेतृत्व में जबकि केंद्र में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार चलाएंगे। उन्होंने आगामी चुनाव में जीत की भी बात कही।
डीएमके भी कर रहा कुनबा मजबूत
मिलनाडु में सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक ने 2014 में तमिलनाडु की 39 लोकसभा में से 37 सीटें जीती थीं। हालांकि इस बार मुख्य विपक्षी दल द्रमुक के कई दलों को साथ जोड़ लेने के बाद एआईएडीएमके ने भी भाजपा और कुछ अन्य क्षेत्रीय दलों को साथ लिया है। वहीं पिछले चुनाव में द्रमुक और कांग्रेस को भले ही एक लोकसभा की एक भी सीट नहीं मिली हो लेकिन इस बार द्रमुक के नेतृत्व में आठ दल एकजुट होकर चुनाव लड़ सकते हैं। द्रमुक के साथ कांग्रेस के अलावा तीन वामपंथी दल, मुस्लिम लीग, एमडीएमके और वीसीके साथ आ सकते हैं।
भाजपा-शिवेसना में भी गठबंधन
मंगलवार को तमिलनाडु में गठबंधन के ऐलान से एक दिन पहले सोमवार को महाराष्ट्र में भी भाजपा नाराज चल रहे शिवसेना को मनाने में कामयाब रही है। महाराष्ट्र में भी भाजपा और शिवसेना ने आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनाव साथ लड़ने का ऐलान किया है। महाराष्ट्र की 48 सीटों में से भाजपा 25 और शिवसेना 23 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को भी दोनों पार्टियों ने साथ में लड़ने का फैसला किया है।
वो 5 कारण, तलाक की नौबत के बीच साथ रहने को मजबूर हुए शिवसेना भाजपा