जबरन धर्म परिवर्तन: 12वीं की छात्रा ने किया आत्महत्या का प्रयास, अस्पताल में तोड़ा दम
चेन्नई, 20 जनवरी। देश में जबरन धर्म परिवर्तन के मामले बढ़ते जा रहे हैं, हाल ही में तमिलनाडु में इसी से जुड़ा एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। राज्य के तंजावुर में कक्षा 12 की छात्रा लावण्या ने ईसाई धर्म अपनाने के लिए मजबूर किए जाने के बाद आत्महत्या का प्रयास किया। आनन-फानन में उसे अस्पताल ले जाया गया लेकिन इलाज के दौरान डॉक्टरों को उसमें कोई सुधार नजर नहीं आया। बुधवार, 19 जनवरी को तंजावुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में उसकी मृत्यु हो गई। अब इस मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक 17 वर्षीय लावण्या तंजावुर में सेंट माइकल्स गर्ल्स होम नामक एक बोर्डिंग हाउस में रहती थी। एक वीडियो सामने आया है जिसमें लावण्या ने कबूल किया कि उसे लगातार डांटा जाता था और हॉस्टल वार्डन द्वारा हॉस्टल के सभी कमरों को साफ करने के लिए भी मजबूर किया जाता था। लड़की ने आरोप लगाया कि उस पर लगातार ईसाई धर्म अपनाने के लिए भी दबाव बनाया जाता था। इससे परेशान होकर उसने कीटनाशक दवाइयां खाकर खुदकुशी की कोशिश की।
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अस्पताल में कई दिन रही भर्ती
अरियालुर के रहने वाले लावण्या के पिता मुरुगनंदम को 10 जनवरी को बताया किया गया था कि उनकी बेटी को 9 जनवरी को उल्टी होने और पेट में तेज दर्द की शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मुरुगनंदम ने लावण्या को तंजौर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में शिफ्ट कर दिया। जब उसे होश आया तो उसने डॉक्टरों को अपनी पीड़ा और आत्महत्या के प्रयास के बारे में बताया। इसके बाद डॉक्टरों ने तिरुकट्टुपल्ली पुलिस को सूचित किया। इसके बाद पुलिस लावण्या से पूछताछ करने आई।
वार्डन गिरफ्तार
पूछताछ के आधार पर पुलिस को पता चला कि बोर्डिंग स्कूल के वार्डन ने लावण्या को प्रताड़ित किया और उसे ईसाई धर्म अपनाने के लिए मजबूर किया। रिपोर्ट के अनुसार पुलिस ने मामले में 62 वर्षीय वार्डन सकायामारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज उसे गिरफ्तार कर लिया। लावण्या की बुधवार की रात 19 जनवरी को ठीक तरह से इलाज नहीं होने के चलती उसकी मौत हो गई। घटना से तिरुकट्टुपल्ली इलाके में हड़कंप मच गया है।