ट्रेन लेट हुई तो FREE में मिलेगा खाना और पानी, लेकिन रविवार को सफर करने वालों की बढ़ेगी मुश्किल
नई दिल्ली। ट्रेनों की लेट लतीफा कोई नई बात नहीं है। भारतीय रेल की अधिकांश ट्रेनें अपने तय समय से देरी से ही चलती है, लेकिन अब जो रेलवे ने घोषणा की है वो आपको और परेशान कर सकती है। अगर आप रविवार को ट्रेन से सफर करते हैं और ये सोचकर बैठे हैं कि वक्त पर पहुंच जाएंगे तो रेलवे के मेगा ब्लॉक के बारे में जान लीजिए। खुद रेल मंत्री पीयूष गोयल ने इसकी घोषणा की है। रेलवे ने सभी जोन में मरम्मत के बड़े कामों के लिए रविवार का दिन तय किया है। इसके चलते रविवार को ट्रेनें लेट होनी लगभग तय है। ऐसे में रेल मंत्री ने यात्रियों की दिक्कतों के मद्देनजर एक और खास ऐलान किया है, जिसके मुताबिक अगर ट्रेन लेट होती है तो रिजर्ववेशन टिकट वाले यात्रियों को रेलवे की तरफ से मुफ्त खाना और पानी दिया जाएगा।
रविवार को लेट होंगी ट्रेनें
रेलवे के मुताबिक रविवार के दिन वे काम होंगे, जिनमें 6 से 7 घंटे लगने की संभावना रहेगी। इस मरम्मत के कामों के चलते ट्रेनें लेट हो सकती है, जिसकी यूचना यात्रियों को पहले ही एसएमएस और विज्ञापनों के जरिए दी जाएगी। रेलवे 15 अगस्त से नया टाइम टेबल आने के बाद मरम्मत का काम शुरू करेगा। जिसके बाद रेलवे विज्ञापन और एसएमएस के जरिए पहले ही बता देगा कि किस रूट पर कौन सी और कितनी ट्रेनें प्रभावित होंगी।
ट्रेन लेट हुई तो मुफ्त मिलेगा खाना-पानी
रेल मंत्री ने इस बात की भी घोषणा की है कि अगर मेगा ब्लॉक की वजह से ट्रेनें लेट होती हैं तो ट्रेन में रिजर्वेशन वाली सभी यात्रियों को मुफ्त में खाना और पानी दिया जाएगा। हालांकि रेलवे ने ये साफ न हीं किया है कि फ्री में काना-पानी देने की शर्त क्या होगी। मतलब कितने घंटे ट्रेन लेट होने पर यात्रियों को खाना और पानी मुफ्त में दिया जाएगा और किस वक्त दिया जाएगा। इस बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई है।
वेबसाइट पर ट्रेन की रियल टाइम लोकेशन
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि सभी ट्रेनों में जीपीएस सिस्टम लगाए जाएंगे। इसकी मदद से यात्रियों को रेलवे की वेबसाइट पर ट्रेनों का रियल टाइम लोकेशन मिलता रहेगा। यात्री ट्रेन नंबर के जरिए जान पाएंगे कि उनकी ट्रेन कहां पर है। इसके अलावा रेल मंत्री ने स्टैंडर्ड रैक वाले कोचों की संख्या बढ़ाने पर जोर दिया है।
क्या है मेगा ब्लॉक
मेगा ब्लॉक के जरिए उन एरिया में मरम्मत का काम करेगा जहां उसे 6 से 7 घंटे का वक्त लग सकता है। जैसे सिग्नल व्यवस्था, ट्रैक सुधार, विद्युतिकरण , एलिवेटेड ट्रैक, बाइपास रेल ट्रैक और तीसरी-चौथी लाइन जैसे एरिया में काम किया जा सकेगा। मेगा ब्लॉक की वजह से आपको अगले एक साल तक परेशानी होगी, क्योंकि निर्माण कार्य के कारण ट्रेनें अपनी रफ्तार में नहीं चल पाएंगी। इस काम के बाद ट्रेनों की लेट लतीफी पर काबू पा लिया जाएगा, ये दावा रेलवे ने किया है।