ऐतिहासिक विरासत ताजमहल है तेजोमहालय-लक्ष्मीकांत बाजपेयी
बहराइच।
दुनिया
की
अजूबी
और
ऐतिहासिक
इमारत
ताजमहल
को
लेकर
एक
नया
विवाद
खड़ा
हो
गया
है।
बीजेपी
के
यूपी
लक्ष्मीकांत
बाजपेयी
ने
ताजमहल
के
मामले
को
लेकर
कहा
है
कि
मुगल
शासक
शाहजहां
ने
मंदिर
की
कुछ
जमीन
को
राजा
जय
सिंह
से
खरीदा
था।
मंदिर
की
जमीन
पर
ताजमहल
का
निर्माण
कराया
गया
है।
कहा
कि
ताजमहल
उस
समय
यह
तेजोमहालय
(शिवमंदिर)
हुआ
करता
था।
यूपी
अध्यक्ष
के
इस
बयान
के
बाद
एक
फिर
राजनीतिक
सरगर्मियां
बढ़
गई
हैं।
बाजपेयी का दावा है कि इससे संबंधित दस्तावेज अभी भी मौजूद हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि वक्फ की संपत्तियों पर कब्जा जमाये बैठे उत्तर प्रदेश सरकार के वरिष्ठ मंत्री आजम खां की नजर अब ताज पर है। बाजपेयी ने कहा कि पांच वक्त की नमाज पढ़ने का आजम का सपना कभी नहीं पूरा हो पाएगा।
शियाओं के प्रमुख धर्मगुरूओं ने हालांकि ताज को शिया वक्फ बोर्ड की संपत्ति माने जाने की मांग को खारिज करते हुए कहा कि विश्व विरासत इमारतों को ऐसे विवादों से दूर रखना चाहिए।