सिरसा पर सिर चढ़कर बोल रहा गीतिका कांड के आरोपी कांडा का जादू
नई दिल्ली (विवेक शुक्ला)। दिल्ली और सिरसा लके बीच दूरी कोई बहुत दूर नहीं है। ढाई सौ किलोमीटर से कुछ ज्यादा होगी। पर जहां दिल्ली में गोपाल कांडा को लेकर इमेज यह है कि उन्होंने एक स्थानीय एयरहोस्टेस गीतिका का शोषण करने के बाद उसे आत्महत्या के लिए उकसाया, वहीं सिरसा में कांडा की छवि एक बडे भाई, साथी और धर्मिक किस्म के इंसान की है।
कांडा यहां से हरिय़ाणा विधानसभा का चुनाव लड़ रहे हैं। उनकी यहां पर बेहतर स्थिति है। गोपाल कांडा का जन संपर्क अभियान तेजी से चल रहा है। वे लोगों से मिलकर उनकी समस्याएं सुन रहे हैं। उनसे वादा कर रहे हैं कि विधायक बनने के बाद उनकी समस्य़ा का हल कर देंगे। उनके समर्थन में लगता है सारा सिरसा है।
सिरसा से सीट निकाल लेंगे
हरिय़ाणा के पत्रकार के तिवारी मानते हैं कि कांडा आराम से अपनी सीट निकाल लेंगे। वे सिरसा के शहंशाह है। सिरसा में उनके पक्ष में माहौल है। कांडा की पार्टी हरियाणा लोकहित पार्टी प्रदेश की सभी 90 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। सुप्रीमो गोपाल कांडा ने जनसंपर्क से पहले भगवान गणेश की पूजा करते हैं। उनका प्रचार अभियान उनके छोटे भाई गोविंद देख रहे हैं।
वे कहते हैं कि हरियाणा में अगर पार्टी की सरकार बनती है तो वे प्रदेश का विकास करेंगे। हरियाणा लोकहित पार्टी अपना घोषणा पत्र जारी कर चुकी है। एचएलपी सुप्रीमो गोपाल कांडा ने कहा कि ये मात्र चुनाव जीतने का घोषणा पत्र नहीं बल्कि जनता की उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए शपथ-पत्र है।
गोपाल कांडा कहते हैं कि सिरसा की जनता के समर्थन और अपने आप पर पूरा भरोसा है, इसलिए केवल एक सीट पर ही चुनाव लड़ रहे हैं।
गोपाल कांडा ने घोषणा की कि उनकी पार्टी की सरकार आने पर गरीब कन्याओं की शादी के लिए 1.51 लाख रुपये दिए जाएंगे। यह राशि विवाह से 10 दिन पहले ही दे दी जाएगी। सिरसा के विकास कार्यों में जो भी कमियां रही हैं, उसका प्रमुख कारण नगर परिषद पर आईएनएलडी के लुटेरों और कमीशन खोरों का कब्जा होना है। यह मुद्दा उन्होंने विधानसभा में भी उठाया था। कांडा अपने चिरपरिचित अंदाज में आईएनएलडी और कांग्रेस पर जमकर हमले बोल रहे हैं। उन्होंने पूर्व सांसद अशोक तंवर को सिरसा के विकास में बाधक करार दिया।