दिल्ली में 8 फरवरी को होने वाली वोटिंग से पहले स्वराज कौशल ने किया सुषमा को याद
नई दिल्ली। दिल्ली में आठ फरवरी के विधानसभा चुनावों के लिए मतदान होना है। सभी राजनीतिक दल अपने-अपने पक्ष चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं। दिल्ली की सत्ता से लगभग 2 दशकों से बहार बीजेपी का इस बार मुकाबला आम आदमी पार्टी और कांग्रेस से है। बीजेपी के इस समय दिल्ली की राजनीति में दखल रखने वाली अपनी दिवंगत नेता सुषमा स्वराज की याद सता रही है। इसी बीच सुषमा स्वराज के पति स्वराज कौशल ने मंगलवार को दिल्ली चुनाव को लेकर कई ट्वीट किए हैं। जिसमें उन्होंने सुषमा स्वराज के मैसेज दिया है।
दिल्ली में एकजुट भाजपा को कोई नहीं हरा सकता:स्वराज कौशल
मिजोरम के गवर्नर रहे और सुषमा स्वराज के पति स्वराज कौशल ने ट्वीट कर लिखा कि, 8 तारीख को दिल्ली में चुनाव होना है। सुषमा स्वराज कहा करती थीं दिल्ली में एकजुट भाजपा को कोई नहीं हरा सकता। आज यही हालात हैं, हजारों बीजेपी के कार्यकर्ता आज सड़कों पर हैं। बीजेपी के पास आज मौका है, ऐसे ही आगे बढ़ते रहें। इस दौरान गवर्नर स्वराज कौशल ने कई ट्वीट का जवाब भी दिए।
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कई मैराथन आखिरी राउंड में जीता जाती हैं: स्वराज
उन्होंने अगले ट्वीट में लिखा कि, कई मैराथन आखिरी राउंड में जीता जाती हैं। प्रचार और होर्डिंग बोर्ड से चुनाव नहीं जीते जाते हैं, इसके लिए एक संगठन की जरूरत होती है। जमीन पर बीजेपी के संगठन का कोई मुकाबला नहीं है। आपको बता दें कि 1998 में सुषमा स्वराज कुछ समय के लिए दिल्ली की मुख्यमंत्री बनी थीं। इसके बाद वे पूर्व पीएम अटल बिहारी बाजपेयी के मंत्री मंडल के लेकर नरेंद्र मोदी की कैबिनेट में कई अहम पदों पर रहीं। सुषमा स्वराज का 6 अगस्त, 2019 को निधन हो गया था।
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स्वराज कौशल ने हाल ही में नसीरुद्दीन शाह पर तीखा हमला बोला था
बता दें कि, स्वराज कौशल लगातार अपने ट्विटर अकाउंट पर राजनीतिक घटनाओं पर अपनी टिप्पणी देते रहते हैं। हाल में एक्टर अनुपम खेर और नसीरुद्दीन शाह के बीच ट्विटर पर हुए विवाद में उन्होंने नसीरुद्दीन शाह पर तीखा हमला बोला था। उन्होंने लिखा था कि, नसीरुद्दीन शाह, आप एक एहसान फरामोश व्यक्ति हैं। इस देश ने आपको नाम, शोहरत और पैसा सब कुछ दिया। फिर भी आप एक निराश आदमी हैं। आपने अपने धर्म से बाहर शादी की। किसी ने एक शब्द भी नहीं कहा। आपका भाई भारतीय सेना का लेफ्टिनेंट जनरल बन गया। क्या आपको एक समान अवसर से अधिक नहीं दिया गया है। फिर भी आप दुखी हैं। आप उदासीनता और भेदभाव की बात करते हैं। जब आप सभी को दोषी मानते हैं, तो यह आपकी 'समझ' है। जब अनुपम अपने देश में बेघर घोषित होने पर अपना दर्द बयां करते हैं, तो यह 'मनोरोगी' है।
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