स्वामी अग्निवेश के निधन पर बोले जावेद अख्तर, बंधुआ मजदूरी के खिलाफ उनकी लड़ाई याद रहेगी
स्वामी अग्निवेश की मौत पर बोले जावेद अख्तर, बंधुआ मजदूरी के खिलाफ उनकी लड़ाई याद रहेगी
नई दिल्ली। सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश का शुक्रवार को निधन हो गया है। 80 साल के स्वामी अग्निवेश ने दिल्ली के एक अस्पताल में शुक्रवार शाम को आखिरी सांल ली। स्वामी अग्निवेश को मशहूर गीतकार और शायर जावेद अख्तर ने एक बड़ा नुकसान बताया है। जावेद अख्तर ने ट्वीट कर लिखा है- स्वामी अग्निवेश के रूप में दुनिया ने एक और महान इंसान को खो दिया है। बंधुआ मजदूरी के खिलाफ उन्होंने जो लड़ाई लड़ी, उसने लाखों पुरुष-महिलाओं और बच्चों को एक नया जीवन दिया। जावेद अख्तर के अलावा भी कई लोगों ने सोशल मीडिया पर स्वामी अग्निवेश को श्रद्धांजलि दी है।
इन हस्तियों ने भी दी स्वामी अग्निवेश को श्रद्धांजलि
स्वामी अग्निवेश के निधन पर राजनीति, समाजिक कार्यकर्ताओं और अन्य हस्तियों ने गहरा शोक व्यक्त किया है। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने ट्विटर पर लिखा, बंधुआ मुक्ति मोर्चा के संस्थापक और आर्य समाज के क्रांतिकारी नेता स्वामी अग्निवेश जी का निधन आर्य समाज सहित पूरे देश के लिए अपूरणीय क्षति है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने भूपेश बघेल ने लिखा, छत्तीसगढ़ की माटी से जुड़े और आध्यात्मिक चेतना के साथ साथ भारत में बंधुआ मज़दूरों के हितों के लिए संघर्ष करने वाले स्वामी अग्निवेश जी के निधन का समाचार दुखद है। इसके अलावा योगेंद्र यादव, रामचंद्र गुहा, प्रशांत भूषण और कई अन्य लोगों ने उनको याद किया है।
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काफी दिन से बीमार थे स्वामी अग्निवेश
स्वामी अग्निवेश लिवर सिरोसिस से पीड़ित थे। बीते कई दिनों से इंस्टीट्यूट आफ लिवर एंड बिलेरी साइंसेज (आईएलबीएस) में उनका इलाज चल रहा था लेकिन तबीयत में सुधार नहीं हो रहा था। लगातार तबीयत बिगड़ने के बाद मंगलवार को उनको वेंटिलेटर पर रखा गया था। अस्पताल की ओर से बताया गया कि उनके कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया। शुक्रवार शाम छह बजे उनको हार्ट अटाक आया, जिससे उनकी मौत हो गई।
50 साल का रहा सार्वजनिक जीवन
स्वामी अग्निवेश का 50 साल से ज्यादा का सार्वजनिक जीवन रहा। कम उम्र में ही वो आंदोलनों में दिखने लगे थे। 1970 में उन्होंने एक राजनीतिक दल 'आर्य सभा' की शुरुआत की थी। 1977 में वो विधायक बने और हरियाणा सरकार में शिक्षा मंत्री रहे। 1981 में उन्होंने बंधुआ मुक्ति मोर्चा नाम के संगठन की स्थापना की। जो बंधुआ मजदूरी के खिलाफ काम करता था। इसके अलावा स्वामी अग्निवेश टीवी रियलिटी शो बिग बॉस में भी हिस्सा लिया था। स्वामी अग्निवेश ने 2011 में अन्ना हजारे की अगुवाई वाले भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन में भी हिस्सा लिया था। बाद में उन्होंने खुद को इस आंदोलन से अलग कर लिया था। आर्य समाजी स्वामी अग्निवेश मूर्तिपूजा और 'धार्मिक कुरीतियों' को लेकर भी मुखर रहे।
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