AMU विवाद: दबाव के आगे झुका यूनिवर्सिटी , दो कश्मीरी छात्रों का निलंबन रद्द
नई दिल्ली। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) ने भारी दवाब के चलते जम्मू-कश्मीर के दो छात्रों के निलंबन को रद्द कर दिया और सात का कारण बताओ नोटिस वापस लेने का ऐलान किया है। हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी मन्नान वानी के लिए एएमयू परिसर में शोक बैठक आयोजित करने की कोशिश करने के आरोप में तीन छात्रों को निलंबित कर दिया गया था। एएमयू पब्लिक रिलेशन ऑफिसर उमर पीरज़दा ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा कि, यूनिवर्सिटी की ओर से तीन में दो छात्रों के निलंबन को रद्द कर दिया गया है।
मंगलवार को उमर पीरज़दा ने कहा कि, तीन सदस्यों की कमेटी गठित की गई थी। जिन्होंने इस मामले में पूरे तथ्यों ने की जांच की गई। सबूतों के आधार पर यह निष्कर्ष निकाला गया कि, निलंबन उनके कार्य और आचरण के हिसाब से कठोर है। जिसके बाद यूनिवर्सिटी ने दो छात्रों को सस्पेंसन रद्द कर दिया गया। कैंपस छोड़ देने की चेतावनी देने वाले छात्रों से उन्होंने कहा कि किसी के साथ कोई ज्यादती नहीं होगी।
बता दें कि, एएमयू एल्युमिनाई मीट में विरोध-प्रदर्शन को पहुंचे छात्रों ने दोहराया कि मामले खत्म न हुए तो एएमयू संस्थापक सर सैयद अहमद खां की जयंती पर 17 अक्टूबर को कैंपस छोड़ने की बात कही थी। बता दें कि, 11 अक्टूबर को कश्मीर में सेना के हाथों मारे गए एएमयू के पूर्व शोध छात्र आतंकी मन्नान बशीर वानी की खबर आते ही केनेडी हॉल के लॉन में करीब 150 कश्मीरी छात्रों ने जनाजे की नमाज पढ़ने की कोशिश की थी। देश-विरोधी नारे लगाए थे।
जैसे ही प्रशासन को ये खबर मिली तो उन्होंने तीन छात्रों को निलंबित कर दिया था। वहीं अन्य चार को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया गया था। पुलिस ने दोनों नामजद छात्रों समेत अन्य के खिलाफ राष्ट्रदोह का मुकदमा दर्ज किया है।
यूपी: AMU में कश्मीरी छात्रों का प्रदर्शन, कर रहे हैं निलंबन वापस लेने की मांग