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बसपा विधायक का निलंबन कमलनाथ सरकार का बढ़ा सकता है सिरदर्द, ये है वजह

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भोपाल। बसपा सुप्रीमो मायावती ने मध्य प्रदेश की पथरिया सीट से बसपा विधायक रमाबाई परिहार को पार्टी से निलंबित कर दिया। रमाबाई परिहार पर ये कार्रवाई नागरिकता संशोधन कानून का समर्थन करने के कारण हुई। वहीं, बसपा प्रमुख के इस एक्शन ने मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार की मुश्किलें जरूर बढ़ा दी हैं। बसपा ने दो विधायकों के साथ कांग्रेस की सरकार को समर्थन दिया है। वहीं, एक विधायक के निलंबन के बाद समर्थित विधायकों की कुल संख्या 120 हो गयी है। 230 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 116 है।

बसपा विधायक के निलंबन के बाद कांग्रेस का बढ़ा सिरदर्द

बसपा विधायक के निलंबन के बाद कांग्रेस का बढ़ा सिरदर्द

वर्तमान में कमलनाथ सरकार में कांग्रेस के 114 विधायकों के अलावा समाजवादी पार्टी के एक विधायक और चार निर्दलीय विधायक शामिल हैं। जबकि बसपा के दो में से एक विधायक के निलंबित होने के बाद कमलनाथ सरकार में शामिल कुल विधायकों की संख्या 120 हो गई है। बता दें कि बीजेपी के पास विधायकों की कुल संख्या 108 है। कर्नाटक में कांग्रेस के हाथ से सत्ता जाने के बाद से ही मध्य प्रदेश में भी सियासत गरमाती रही है। ऐसे में बसपा विधायक के निलंबन ने कमलनाथ सरकार के लिए मुश्किलें जरूर बढ़ा दी हैं।

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बसपा विधायक ने किया था CAA का समर्थन

बसपा विधायक ने किया था CAA का समर्थन

नागरकिता संशोधन कानून का रमाबाई परिहार ने समर्थन किया था, जिसके बाद बसपा प्रमुख ने उनको निलंबित कर दिया। मायावती ने ट्वीट किया, 'बसपा अनुशासित पार्टी है व इसे तोड़ने पर पार्टी के MP/MLA आदि के विरूद्ध भी तुरन्त कार्रवाई की जाती है। इसी क्रम में MP के पथेरिया से बसपा विधायक रमाबाई परिहार द्वारा CAA का समर्थन करने पर उनको पार्टी से निलम्बित कर दिया गया है। उनपर पार्टी कार्यक्रम में भाग लेने पर भी रोक लगा दी गई है।'

मायावती ने किया पार्टी से निलंबित

मायावती ने किया पार्टी से निलंबित

एक अन्य ट्वीट में मायावती ने लिखा, 'BSP ने सबसे पहले इसे विभाजनकारी व असंवैधानिक बताकर इसका तीव्र विरोध किया, संसद में भी इसके विरूद्ध वोट दिया तथा इसकी वापसी को भी लेकर मा. राष्ट्रपति को ज्ञापन दिया। फिर भी विधायक परिहार ने CAA का समर्थन किया। पहले भी उन्हें कई बार पार्टी लाइन पर चलने की चेतवानी दी गई थी।'

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English summary
suspension of bsp mla ramabai parihar, trouble for madhya pradesh's kamalnath government
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