12 सांसदों के निलंबन के विरोध में विपक्ष का प्रदर्शन, राहुल बोले- ये लोकतंत्र की हत्या
नई दिल्ली, 14 दिसंबर: संसद का शीतकालीन सत्र जारी है। ऐसे में विपक्ष के 12 राज्यसभा सांसदों के निलंबन का गतिरोध खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। विपक्ष इस मुद्दे पर संसद में हंगामा कर रही है, जिसके चलते दिन में कई बार राज्यसभा की कार्यवाही को स्थगित करना पड़ रहा है। इस बीच मंगलवार को एक बार फिर से विपक्षी सांसदों ने संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के पास 12 राज्यसभा सांसदों के निलंबन के विरोध में प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में कांग्रेस नेता राहुल गांधी सहित कई सासंदों ने हिस्सा लिया।

'ये लोकतंत्र की हत्या'
सांसदों पर कार्रवाई का विरोध करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि विपक्षी सांसदों के निलंबन को 14 दिन हो गए हैं। जिन मुद्दों पर सदन में विपक्ष बहस करना चाहती है, उन पर हमें बहस नहीं करने दी जाती है। जहां विपक्ष आवाज उठाने की कोशिश करता है, उन्हें निलंबित कर दिया जाता है। ये लोकतंत्र की हत्या है।
#WATCH | Congress leader Rahul Gandhi joins Opposition's protest against suspension of 12 Rajya Sabha MPs at Gandhi Statue on Parliament premises in Delhi pic.twitter.com/KYSO4WJZmi
— ANI (@ANI) December 14, 2021
प्रधानमंत्री सदन में नहीं आते हैं-राहुल
वहीं सदन में पीएम मोदी की उपस्थिति पर बोलते हुए राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री सदन में नहीं आते हैं। ये कोई तरीका नहीं है लोकतंत्र को चलाने का। 12 सांसदों का निलंबन भारत की जनता की आवाज को कुचलने का प्रतीक है। उनकी आवाज दबा दी गई है। उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है। हमें संसद में महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करने की अनुमति नहीं है।
'किसी भी मुद्दे को उठाने की अनुमति नहीं'
साथ ही राहुल गांधी ने कहा कि हंगामे के बीच संसद में बिलों के बाद बिल पास हो रहे हैं। यह संसद चलाने का तरीका नहीं है। पीएम सदन में नहीं आते हैं। हमें राष्ट्रीय महत्व के किसी भी मुद्दे को उठाने की अनुमति नहीं है। यह लोकतंत्र की दुर्भाग्यपूर्ण हत्या है।
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'एक मंत्री ने किसानों की हत्या की...'
वहीं मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कांग्रेस सांसद ने कहा कि एक मंत्री ने किसानों की हत्या की। पीएम को इसकी जानकारी है। सच तो यह है कि 2-3 पूंजीपति किसानों के खिलाफ हैं। इन सांसदों को राज्यसभा के चेयरमैन या पीएम ने नहीं बल्कि उस सत्ता से सस्पेंड किया था, जो किसानों की आय चुराना चाहती है। प्रधान मंत्री और अध्यक्ष सिर्फ कार्यान्वयनकर्ता हैं।