कोरोना वायरस का संदिग्ध मरीज जयपुर अस्पताल में भर्ती
नई दिल्ली। चीन के जानलेवा कोरोना वायरस का खतरा दुनियाभर में मंडरा रहा है। भारत में भी इस वायरस को लेकर लगातार चिंता बनी हुई है। चीन से आने वाले तमाम यात्रियों पर पैनी नजर रखी जा रही है और एयरपोर्ट पर उनकी स्कैनिंग की जा रही है। कई संदिग्ध मरीजों पर नजर रखी जा रही है जिनपर संभावित कोरोना वायरस का खतरा हो सकता है। ताजा मामला राजस्थान का सामने आया है। यहां युवक को एसएमएस अस्पताल में कोरोना वायरस से प्रभावित होने की शंका की वजह से भर्ती कराया गया है। इस बात की जानकारी मेडिकल सुप्रिटेंडेंट डॉक्टर डीएस मीना ने दी।
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रखी
जा
रही
है
नजर
संदिग्ध
मरीज
चीन
में
मेडिकल
की
पढ़ाई
कर
रहा
था,
लेकिन
पीजी
की
पढ़ाई
के
लिए
उसे
वापस
भारत
आना
पड़ा।
स्वास्थ्य
मंत्री
रघु
शर्मा
ने
स्वास्थ्य
अधिकारियों
को
निर्देश
दिया
है
कि
वह
कोरोना
वायरस
के
संदिग्ध
मरीजों
को
अलग
वार्ड
में
रखें
और
मरीज
के
परिवार
की
भी
जांच
करें।
इसके
साथ
ही
मरीज
के
सैंपल्स
को
पुणे
के
नेशनल
विरोलोजी
लैब
में
जांच
के
लिए
भेजने
का
भी
निर्देश
दिया
गया
है।
रघु
शर्मा
ने
बताया
कि
चीन
से
कुल
18
लोग
राजस्थान
के
चार
अलग-अलग
जिलों
में
आए
हैं,
अधिकारियों
को
निर्देश
दिया
गया
है
कि
वह
उन्हें
अगले
28
दिनों
पर
पर्यवेक्षण
में
रखें।
चीन
में
2744
मरीज
बता
दें
कि
अमेरिका
में
कोरोना
वायरस
के
5
मामले
सामने
आए
हैं,
जिनमे
कोरोना
वायरस
पाया
गया
है।
यह
वायरस
मुख्य
रूप
से
चीन
में
पाया
गया
है।
जिसकी
वजह
से
अभी
तक
चीन
में
कुल
80
लोगों
की
मौत
हो
चुकी
है।
जबकि
2744
लोगों
में
कोरोना
वायरस
पाया
गया
है।
चीन
के
वुहान
शहर
में
तेजी
फैले
कोरोना
वायरस
वैश्विक
स्वास्थ्य
की
ओर
बढ़
रही
है।
विश्व
स्वास्थ
संगठन
ने
अभी
तक
कोरोना
वायरस
को
लेकर
हेल्थ
इमरजेंसी
नहीं
घोषित
किया
है।
कैसे
फैल
रहा
सी
फूड
से
फैले
कोरोना
वायरस
से
संक्रमित
होने
का
खतरा
उन्हें
ज्यादा
है
जो
लोग
हवाई
यात्रा
करते
हैं,
क्योंकि
चीन
से
लौटे
संक्रमित
यात्री
की
चपेट
में
आने
से
कोई
भी
एयरपोर्ट
पर
मौजूद
शख्स
कोरोना
वायरस
से
संक्रमित
हो
सकता
है।
हालांकि
यह
खतरा
उन
लोगों
का
ज्यादा
है,
जो
इंटरनेशनल
यात्रा
करते
हैं।
अब
तक
छपे
रिपोर्ट
में
कोरोना
वायरस
के
लिए
समुद्री
खाद्य
पदार्थों
को
जिम्मेदार
माना
जा
रहा
हैं,
लेकिन
कुछ
रिपोर्ट्स
इसका
जुड़ाव
जानवरों
से
बताया
है
जबकि
अन्य
कोबरा
सांप
को
इसके
लिए
जिम्मेदार
ठहरा
रहे
हैं।
कहा
जा
रहा
है
कि
कोरोना
वायरस
से
संक्रमित
को
सांस
की
बीमारी
होती
है
और
पीड़ित
को
ठंड
लगती
है,
जो
निमोनिया
के
लक्षण
जैसे
प्रतीत
होते
हैं।