पीएम मोदी के भ्रष्टाचारी नं 1 वाले बयान पर सुप्रीम कोर्ट पहुंची कांग्रेस, कहा- EC की क्लीन चिट मनमानी है
नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद सुष्मिता देव ने सुप्रीम कोर्ट में पीएम मोदी द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को लेकर की गई टिप्पणी को लेकर याचिका दायर की है। सांसद ने अपनी शिकायत में कहा है कि, चुनाव आय़ोग द्वारा पीएम मोदी को दी गई क्लीन चिट मनमानी और आपारदर्शी है। सुष्मिता देव की ओर से दायर किए गए हलफनामें में कहा गया है कि चुनाव आयोग ने अमित शाह और नरेंद्र मोदी की हेट स्पीच को करप्ट प्रैक्टिस मानने से इनकार दिया है। इस याचिका पर शीर्ष अदालत बुधवार को सुनवाई करेगी।
सुष्मिता देव ने कहा कि, चुनाव आयोग यह बताने में विफल रहा कि, नरेंद्र मोदी और अमित शाह द्वारा दिए गए अभद्र भाषण जनप्रतिनिधित्व कानून, 1951 की धारा 123A के तहत भ्रष्ट आचरण है या नहीं? देव ने अपनी याचिका में इस बात का भी उल्लेख किया है कि, मोदी के भाषणों को दी जा रही मंजूरी को लेकर चुनाव आयोग के भीतर असंतोष है। बता दें कि ,मोदी द्वारा पूर्व पीएम राजीव गांधी को लेकर की गई टिप्पणी की कांग्रेस और अन्य विपक्षी नेताओं की निंदा की थी।
राजनीतिक दलों ने कहा था कि, प्रधानमंत्री ने एक पूर्व पीएम के बारे में ऐसी टिप्पणी करके अपने पद की गरिमा को कम कर दिया है, जो अब जीवित नहीं है। बता दें कि, झारखंड रैली में मोदी ने कहा था, 'आपके पिता के दरबारियों ने उन्हें 'मिस्टर क्लीन' की संज्ञा दी थी, लेकिन उनका अंत भ्रष्टाचारी नंबर एक के रूप में हुआ।' प्रधानमंत्री मोदी बोफोर्स घोटाले का जिक्र कर रहे थे जिसमें राजीव गांधी पर स्वीडिश रक्षा उपकरण निर्माता कंपनी बोफोर्स से रिश्वत लेने के आरोप लगे थे। जिसके बाद राहुल गांधी ने इस पर जवाब देते हुए लिखा कि, मोदी जी, लड़ाई खत्म हो चुकी है। आपके कर्म आपकी प्रतीक्षा रहे हैं। अपनी आंतरिक सोच को मेरे पिता पर थोपना भी आपको बचा नहीं पायेगा। प्रेम एवं आलिंगन के साथ- राहुल।
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विपक्षी दलों के हमले के बाद बीजेपी ने इस पूरे मामले पर प्रेस कॉन्फेंस की थी। मीडिया से बात करते हुए प्रकाश जावड़ेकर ने कहा था कि, प्रधानमंत्री मोदी ने राजीव गांधी के बारे में जो कहा, एक-एक शब्द सच है। भाजपा नेता ने कहा, '1984 के दंगों के समय राजीव गांधी ने कहा था कि जब बड़ा पेड़ गिरता है तो धरती हिलती है। कहावत ऐसी नहीं है। कहावत है कि जब धरती हिलती है तो बड़े पेड़ गिर जाते हैं।
वहीं इस मामले पर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा था कि कांग्रेस और उसके अध्यक्ष राहुल गांधी प्रधानमंत्री को लगातार 'चोर' कह रहे हैं, लेकिन कोई भी आदर्श आचार संहिता इसे नहीं रोक रहा है। कांग्रेस को इसमें आर्दश आचार संहिता के उल्लंघन होने का आभास नहीं हुआ। दूसरी ओर जैसे ही प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस की विरासत को भ्रष्ट नंबर-एक कह दिया तो कांग्रेस इससे आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन होने का हल्ला मचाने लगी। यही नहीं इसकी शिकायत करने चुनाव आयोग भी पहुंच गई।
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