अपनी 'वेलेंटाइन' सुषमा स्वराज के लिए स्मृति ने लिखा Blog,कहा-अपने बगल में मेरे लिए भी जगह रखिएगा
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता और देश की पूर्व विदेश मंत्री रहीं सुषमा स्वराज की अस्थियों का आज गढ़मुक्तेश्वर में विसर्जन किया जाएगा, सुषमा स्वराज का मंगलवार देर रात निधन हो गया था, उन्हें दिल का दौरा पड़ा था, इसके बाद बुधवार को सुषमा का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया था। सुषमा के यूं अचानक चले जाने से पूरा भारत शोक में डूबा है, उनके निधन के बाद से उनके चाहने वाले उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं और उनके लिए भावुक संदेश लिख रहे हैं।
सुषमा स्वराज ने कहा-किसी को आंसू नहीं दिखाने चाहिए
सुषमा स्वराज के निधन के बाद भावुक ट्वीट करने वालीं केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने अब एक ब्लॉग लिखा है, जिसमें उन्होंने अपनी बड़ी दीदी को याद करते हुए लिखा है कि आप यूं चली जाएंगी ये किसी को अंदाजा नहीं था, स्मृति ईरानी ने अमेठी में बीजेपी कार्यकर्ता सुरेंद्र सिंह की हत्या के बाद के हालात का जिक्र किया है जब इस घटना पर उनकी सुषमा स्वराज से बात हुई थी, स्मृति ने लिखा है उन्होंने मेरी वजह से उन्हें मार डाला... मैं टेलीफोन पर सिसक रही थी, सुषमा जी काफी देर तक मुझे सुनती रहीं और फिर धीरे से उन्होंने कहा कि इस दर्द से जैसे भी बाहर निकलना है निकलो लेकिन कभी किसी के सामने आंसू नहीं दिखना चाहिए, एक महिला सांसद को कभी भी गिरते हुए नहीं दिखना चाहिए और उस फोन के बाद मेरी आंखों में आंसू नहीं आए।
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'बांसुरी भी बिल्कुल अपनी मां जैसी'
मैंने खुद को क्रूर बनाया जब मैंने एम्स के आपातकालीन कक्ष में बांसुरी (सुषमा स्वराज की बेटी) को देखा कि मैंने उन्हें बताया कि आप रो नहीं सकती हैं, आप उनकी बेटी हैं और सच में उनकी बेटी वैसी ही है।
'सब होंगे लेकिन आप नहीं होंगी'
जैसे ही हम आखिरी बार सुषमा स्वराज के लिए घर को तैयार करने के लिए अस्पताल से निकले बांसुरी ने मुझे बताया कि मां (सुषमा स्वराज) ने मुझे बताया था कि स्मृति और बांसुरी को लंच के लिए जाना है और इसके लिए एक अच्छा रेस्टोरेंट खोज लो लेकिन आज मेज भी होगी , मैं भी होंगी लेकिन आप नहीं होंगी जो हमें ज्यादा खाने के लिए टोकेंगी।
'अपने बगल में मेरे लिए भी जगह रखिएगा मेरी Real वेलेंटाइन'
स्मृति ने बताया कि सुषमा स्वराज का जन्मदिन 14 फरवरी को हुआ था, मैं अपने पति जुबिन के अलावा सिर्फ सुषमा स्वराज को इस दिन फूल देती थीं, जब मैंने उन्हें ये बताया तो उन्होंने हंसते हुए कहा था कि मैं आधिकारिक तौर पर आपकी एक और वेलेंटाइन हूं, आप मेरी मेंटर, मेरी दोस्त, मेरी मार्गदर्शक थीं, अब मैं किससे शिकायत करूं, आज स्वर्ग भी समृद्ध हो गया होगा, सुषमा जी आप ऊपर मेरे लिए भी जगह रखिएगा, मैं जब आपको अगली बार देखूंगी तो आपके साथ बहुत सारी चर्चा करूंगी।