सुषमा-सुमित्रा की संसदीय पारी खत्म होने के संकेत, एक्स एमपी कार्ड के लिए किया एप्लाई
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के दो दिग्गज नेता सुषमा स्वराज और सुमित्रा महाजन ने अब संसदीय पारी से संन्यास लेने का संकेत दिया है। दोनों ही वरिष्ठ नेताओं ने मंगलवार को पूर्व एमपी कार्ड के लिए आवेदन किया है। जिसके बाद साफ हो गया है कि दोनों ही नेता राज्यसभा की सदस्यता की रेस से बाहर हो गई हैं। गौरतलब है कि सुमित्रा महाजन पूर्व लोकसभा स्पीकर हैं, जबकि सुषमा स्वराज विदेश मंत्री रह चुकी हैं। दोनों ही नेताओं को भाजपा की दिग्गज नेताओं में गिना जाता है।
दिग्गज नेताओं का संन्यास
सुषमा स्वराज मध्य प्रदेश की विदिशा संसदीय क्षेत्र और सुमित्रा महाजन भी मध्य प्रदेश के इंदौर संसदीय क्षेत्र से आती हैं। दोनों ही 16वीं लोकसभा की सदस्य थीं। दोनों ही नेताओं ने इस बार लोकसभा चुनाव नही लड़ा था। सुषमा स्वराज ने स्वास्थ्य का हवाला देते हुए चुनाव नहीं लड़ने का फैसला लिया था, लेकिन उन्होंने साफ किया था कि वह राजनीति से संन्यास नहीं ले रही हैं। वहीं सुमित्रा महाजन ने खुला पत्र लिखकर कहा था कि भाजपा संसदीय दल बेझिझक मेरे संसदीय क्षेत्र इंदौर से किसी दूसरे उम्मीदवार का ऐलान कर सकती है। ऐसे में जिस तरह से दोनों ही वरिष्ठ नेताओं ने पूर्व सांसद के कार्ड के लिए आवेदन किया है उससे साफ हो गया है कि दोनों ही नेता राज्यसभा जाने की इच्छुक नहीं हैं।
सुमित्रा महाजन को जारी किया गया पूर्व एमपी कार्ड
गौरतलब है कि सुमित्रा महाजन ने सबसे पहले सोमवार को पार्लियामेंट्री नोटिस ऑफिस को इस बाबत संपर्क किया था। उनके आवेदन को स्वीकार कर लिया गया था, जब ओम बिड़ला को लोकसभा का नया स्पीकर चुना गया था। महाजन के फेयरवेल कार्यक्रम में पीएम मोदी, राजनाथ सिंह शामिल हुए। इसके बाद सुमित्रा महाजन ने ट्वीट करके लिखा कि आपने मुझे लोकसभा स्पीकर की भूमिका अदा करने का मौका दिया, शुक्रिया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी। सुमित्रा महाजन के प्रवक्ता पंकज क्षीरसागर ने इस बात की पुष्टि की है कि सुमित्रा महाजन को पूर्व एमपी कार्ड जारी कर दिया गया है।
सुषमा स्वराज की ओर से नहीं की गई पुष्टि
वहीं सुषमा स्वराज की ओर से किसी भी तरह का ना तो कोई ट्वीट किया गया है और ना ही इस बारे में आधिकारिक बयान जारी किया गया है। लोकसभा सचिवालय ने इस बात की पुष्टि की है कि सुषमा स्वराज की ओर से पूर्व एमपी कार्ड का आवेदन प्राप्त हुआ है, हम इसपर जल्द कार्रवाई करेंगे। लोकसभा सचिवालय के अधिकारी ने बताया कि पूर्व सांसद को अपना मौजूदा कार्ड वापस करना होता है, साथ ही तीन पासपोर्ट फोटो के साथ पूर्व एमपी कार्ड के परिचय पत्र के लिए आवेदन करना होता है। बता दें कि तीन दशक तक संसद का हिस्सा रही सुषमा स्वराज 1998 में दिल्ली की मुख्यमंत्री भी रह चुकी हैं।
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