शशि थरूर ने पूछा क्यों हिन्दी को UN में आगे बढ़ाया जा रहा, सुषमा स्वराज ने दिया बड़ा जवाब
नई दिल्ली। युनाइटेड नेसंश में हिन्दी को आधिकारिक भाषा बनाए जाने को लेकर सुषमा स्वराज ने आज संसद में बड़ा बयान दिया है। सुषमा स्वराज ने कहा कि विदेश में बसे लोग कई भाषाओं के साथ हिन्दी भाषा में बात करते हैं। हम हिन्दी को यूएन की आधिकारिक भाषा बनाए जाने के लिए प्रयास कर रहे हैं, इसके लिए लिए दो-तिहाई वोटिंग की जरूरत होती है। हम इसके लिए प्रयास कर रहे हैं, लेकिन छोटे देश जैसे मॉरीशस को हम मनाने की कोशिश कर रहे हैं।
दरअसल कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने इस मुद्दे को उठाते हुए सरकार से सवाल पूछा था कि यूएन में हिन्दी की आधिकारिक भाषा के तौर पर मंजूरी दिलाने के पीछे क्या मकसद है, हम जानते हैं कि मौजूदा प्रधानंत्री और विदेश मंत्री हिन्दी बोल सकते हैं, लेकिन अगर भविष्य में कोई विदेश मंत्री पश्चिम बंगाल, या तमिलनाडु से आता है और वह हिन्दी में नहीं बोल सकता है तो इसका क्या उद्देश्य है। थरूर के सवाल का जवाब देते हुए स्वराज ने कहा कि विदेश में रहने वाले भारतीय अन्य भारतीय भाषाओं के साथ हिन्दी भाषा बोलते हैं।
गौरतलब है कि इससे पहले विदेश राज्यमंत्री वीके सिंह ने कहा था कि सरकार हिन्दी को यूएन में आधिकारिक भाषा के तौर पर स्वीकृत कराने के लिए अपने प्रयास कर रही है, इसी दिशा में हमे बड़ी सफलता तब मिली जब यूएन रेडियो की वेबसाइट पर हिन्दी भाषा में कार्यक्रम प्रसारित किया गया।