सुषमा स्वराज का लखनऊ से था खास लगाव, बिन बुलाए चली जाती थीं अटल बिहारी वाजपेयी का चुनाव प्रचार करने
नई दिल्ली। पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का बीती रात दिल्ली के एम्स अस्पताल में निधन हो गया। मंगलवार को दिल का दौरा पड़ने के बाद उनको एम्स अस्पताल लाया गया था जहां उन्होंने अपनी सांसें लीं। सुषमा स्वराज के आकस्मिक निधन पर सभी राजनीतिक दलों ने शोक जताया है और उनके परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है। राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री समेत तमाम नेताओं ने सुषमा स्वराज को श्रद्धांजलि दी। सुषमा स्वराज का पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के संसदीय क्षेत्र लखनऊ के गहरा नाता था।
हर नुक्कड़ पर सभा करती थीं
सुषमा केवल अटल बिहारी वाजपेयी के चुनाव प्रचार के लिए ही लखनऊ नहीं आतीं थी बल्कि वे हर नुक्कड़ पर सभा करती थीं। बीजेपी ने साल 2000 में उनको यूपी से राज्यसभा में भेजा और बाद में वे सूचना एवं प्रचारण मंत्री बनीं। यूपी के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री आशुतोष टंडन कहते हैं कि उन्हें लखनऊ से खास लगाव हो गया था। वे अटल बिहारी वाजपेयी के चुनाव प्रचार के लिए आतीं तो पूरे यूपी का सियासी नब्ज भांप लेतीं। हर सियासी समीकरण पर उनकी नजरें होतीं थीं।
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बिन बुलाए चली जाती थीं अटल बिहारी वाजपेयी का चुनाव प्रचार करने
अटल बिहारी वाजपेयी अपना चुनाव प्रचार उनके जिम्मे छोड़ देते थे। उनको नजदीक से जानने वाले बीजेपी नेता बताते हैं कि वे कार्यकर्ताओं से बहुत सरलता से पेश आती थीं, ये उनकी खासियत थी कि हर कोई उनको पसंद करता था चाहे बीजेपी का हो या फिर किसी अन्य दल का। उन्होंने लखनऊ की संसदीय सीट पर लालजी टंडन, अटल बिहारी वाजपेयी के अलावा कई विधायकों के लिए भी प्रचार किया।
उनको चौक की मक्खन मलाई बहुत पसंद थी
आशुतोष टंडन बताते हैं, 'जब भी वे लखनऊ आती थीं, तो मेरे पुराने घर पर चौक में ही रुकती थीं। उन्हें चौक की मक्खन मलाई का स्वाद इतना पंसद आया कि जब लखनऊ आती तो मक्खन मलाई खाए बिना नहीं जाती थीं। कपूरथला पर उनको नुक्कड़ सभा करना बेहद पसंद था। वह अटल बिहारी वाजपेयी के चुनाव प्रचार में बिना बुलाए चली जातीं थी और जमकर प्रचार करती थीं।'