सुषमा स्वराजः पति स्वराज कौशल के चलते कई बार विवादों से घिरीं
बेंगलुरू। पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के निधन के बाद पूरा देश स्तब्ध और शोक में है. 67 वर्ष की उम्र में दुनिया को अलविदा कह चुकीं सुषमा स्वराज ने अपने कैरियर की शुरूआत सुप्रीम कोर्ट में बतौर वकील किया और कई वर्षों तक वकालत करने के बाद जल्द ही उन्होंने राजनीति में प्रवेश कर लिया. वकील से लेकर राजनेता के रूप में 42 वर्ष का उनका कैरियर काफी उतार-चढ़ाव भरा जरूर रहा, लेकिन बेहद कम समय में वो भारतीय राजनीति के शिखर पर पहुंच गईं. हालांकि इस बीच सुषमा स्वराज पति स्वराज कौशल के चलते विवादों से जरूर घिर गईं.
गौरतलब है दिवंगत पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की छवि ईमानदार, निर्भीक और तेज-तर्रार नेता के रूप में थी और लोकसभा मेंं दिए उनके जोरदार भाषणों से तो पक्ष ही नहीं, विपक्ष के नेता भी उनके मुरीद हो जाते थे. यही कारण है कि उनके देहांत के बाद पक्ष और विपक्ष का हरेक नेता उनके असामयिक देहांत से निराश और शोकाकुल है.
पति के चलते विवादों में घसीटी जाती रहीं सुषमा स्वराज
पति स्वराज कौशल के चलते कई विवादों में घसीटी गईं सुषमा स्वराज ने खुद पर लगे सभी आरोपों का संसद और संसद के बाहर जोरदार तरीके से जबाव दिया और अपना बचाव भी किया। मामला चाहे उनके भतीजे के ससेक्स यूनीवर्सिटी में दाखिल से जुड़ा रहा हो अथवा बेटी बांसुरी स्वराज को पूर्व आईपीएल कमिश्नर ललित मोदी द्वारा 7 वर्ष के लिए आईपीएल का प्रतिनिधि नियुक्त करना हो।
दोनों ही मामले को लेकर संसद से लेकर सड़क पर विपक्ष ने सुषमा स्वराज के खिलाफ जमकर हंगामा किया, जिसके बाद बीजेपी को बचाव के लिए रक्षात्मक होना पड़ा. मामले ने तब और तूल पकड़ लिया जब सुषमा स्वराज के पति स्वराज कौशल और बेटी बांसुरी स्वराज को मध्य प्रदेश सरकार द्वारा वकील नियुक्त कर दिया गया। तब एक आरटीआई कार्यकर्ता ने शिवराज सरकार के उक्त फैसले का विरोध करते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट में पैरवी के लिए स्वराज कौशल और बांसुरी स्वराज की नियुक्ति मध्य प्रदेश के 80 हजार वकीलों का अपमान है।
सुषमा पर यह भी आरोप लगा कि उन्होंने पुर्तगाल में यात्रा दस्तावेज दिलाने में लंदन प्रवासित पूर्व आईपीएल कमिश्वर ललित मोदी की मदद की थी. हालांकि विपक्ष के सभी आरोपों का खंडन करते हुए सुषमा ने संसद में अपना बचाव किया, लेकिन पिछले दो दशकों से ललित मोदी के वकील रहे उनके पति स्वराज कौशल ने यहां भी उनका पीछा नहीं छोड़ा.
सुषमा स्वराज पर भतीजे के ससेक्स यूनीवर्सटी में दाखिले के लिए पूर्व आईपीएल कमिश्वर ललित मोदी से सिफारिश कराने का भी आरोप लगा. वहीं, ललित मोदी का वीजा कैंसिल होने पर सुषमा स्वराज के पति और बेटी द्वारा सुप्रीम कोर्ट में उनका प्रतिनिधुत्व करने का आरोप लगा था, जिस पर विपक्ष ने खूब हंगामा किया. हालांकि दोनों ही मामले को अफवाह करार देते हुए सुषमा स्वराज और पति स्वराज कौशल ने पल्ला झाड़ लिया था.
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