Sushant Singh Rajput Case:मुंबई पुलिस ने मौत के 24 दिन बाद फोरेंसिक जांच के लिए भेजा था फोन- रिपोर्ट
नई दिल्ली- सुशांत सिंह राजपूत मौत के मामले में मुंबई पुलिस की ओर से एक कथित लापरवाही का मामला सामने आया है। इसके मुताबिक मुंबई पुलिस ने सुशांत सिंह राजपूत का फोन उनकी मौत के बाद तीन हफ्ते तक अपने ही पास रखा। जबकि, नियमों के मुताबिक उसे फौरन फोरेंसिक जांच के लिए भेजना आवश्यक था। सबसे बड़ी बात तो ये है कि यह तीन हफ्ते वह अवधि है, जिस दौरान मुंबई पुलिस जांच के नाम पर बॉलीवुड के कई हस्तियों का बयान लेने की बात कह रही थी। जाहिर है कि अब मुंबई पुलिस के जवाब का इंतजार है कि उसने ऐसा क्यों किया ?
मुंबई पुलिस ने फोरेंसिक जांच में की बहुत देरी-रिपोर्ट
सुशांत सिंह राजपूत की संदिग्ध मौत को लेकर अब मुंबई पुलिस भी सवालों के घेरे में हैं। रोज ऐसे-ऐसे खुलासे हो रहे हैं, जिससे उसकी भूमिका पर प्रश्नचिन्ह लगते जा रहे हैं। अब ये खुलासा हुआ है कि अभिनेता की मौत के बाद मुंबई पुलिस को उनका फोन फोरेंसिक जांच के लिए भेजने में तीन हफ्ते लग गए। अंग्रेजी चैनल टाइम्स नाउ के दावे के मुताबिक मुंबई पुलिस को 14 जून के बाद सुशांत का मोबाइल फोन फोरेंसिक एक्सपर्ट को भेजने में 24 दिन का गैर-वाजिब वक्त लग गया। दावा यहां तक किया गया है कि पहले तो देरी से मिलने की वजह से फोरेंसिक एक्सपर्ट की टीम ने मोबाइल फोन जांच के लिए लेने से ही इनकार कर दिया था। बाद में पुलिस के बहुत ज्यादा मनाने के बाद उसे स्वीकार किया गया।
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मुंबई पुलिस ने किसके कहने पर की देरी ?
दावा ये भी किया जा रहा है कि किसी संगीन अपराध के मामले में रूलबुक के मुताबिक पुलिस को मोबाइल फोन समेत सभी इलेक्ट्रोनिक सबूत को बरामदगी के तत्काल बाद फोरेंसिक एक्सपर्ट के पास भेजा जाना अनिवार्य है। जिसे बाद में वह उसमें मौजूद सारे साक्ष्यों को पुलिस के पास वापस छानबीन करके भेजते हैं, जिसे मिरर इमेज कहा जाता है। अब सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या मुंबई पुलिस ने सुशांत का फोन फोरेंसिक एक्सपर्ट के पास भेजने से पहले उसे खुद ही तो नहीं खोल लिया? गौरतलब है कि उस दौरान मुंबई पुलिस ने बॉलीवुड की कई हस्तियों के बयान भी दर्ज किए थे। इसके बाद ही धीरे-धीरे सुशांत के परिवार वालों को मुंबई पुलिस की जांच पर संदेह होना शुरू हो गया था। अभी मुंबई पुलिस की ओर से यह जवाब नहीं आया है कि उसने किसके कहने पर या किस अधिकार से मोबाइल फोन को फोरेंसिक एक्सपर्ट के पास भेजने में देरी की ?
बहन ने शुरू की 'ग्लोबल प्रेयर' की मुहिम
गौरतलब है कि अब सुशांत सिंह राजपूत की बहन ने अपने भाई को इंसाफ दिलाने के लिए 'ग्लोबल प्रेयर' की मुहिम शुरू की है, जिसमें बॉलीवुड की कुछ हस्तियों ने भी इस मामले की सीबीआई जांच की मांग शुरू कर दी है। हालांकि, महाराष्ट्र सरकार को अभी भी मुंबई पुलिस की जांच पर पूरी भरोसा है और वह किसी भी सूरत में मुंबई पुलिस के हाथों ही जांच करवाना चाहती है। गौरतलब है कि महाराष्ट्र सरकार में शामिल तीन में से दो पार्टियों के नेता शिवसेना के संजय राउत और एनसीपी के शरद पवार दावा कर रहे हैं कि मुंबई पुलिस बहुत पेशेवर तरीके से जांच कर रही है। राउत तो तंज भरे अल्फाज में यह तक कह चुके हैं कि सीबीआई से ही क्यों, वे जांच के लिए केजीबी और मोसाद (विदेशी एजेंसियों) को भी बुला सकते हैं। जबकि, तथ्य ये है कि सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में अब अनेकों ऐसे सवाल हैं, जिसपर मुंबई पुलिस के रवैये की वजह से तरह-तरह की आशंकाओं को हवा मिल रही है।
56 लोगों से पूछताछ, फिर भी खाली हाथ ?
सुशांत सिंह राजपूत की मौत को आज दो महीने पूरे हो चुके हैं। इस दौरान मुंबई पुलिस ने करीब 56 लोगों से पूछताछ का दावा किया है। लेकिन, सुशांत सिंह राजपूत के परिवार वालों को मुंबई पुलिस की जांच पर अब जरा भी यकीन नहीं रह गया है। उन्होंने शक जताया है कि ऐक्टर ने खुदकुशी नहीं की, बल्कि उनकी हत्या हुई है। फिलहाल सीबीआई इस मामले में एफआईआर दर्ज करके जांच तो शुरू कर चुकी है, लेकिन उसे पूरी तरह से ऐक्शन में आने के लिए सुप्रीम कोर्ट के रुख का इंतजार है, जहां सुशांत की पूर्व गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती की याचिका पर इस केस की जांच के अधिकार क्षेत्र को लेकर सुनवाई हो रही है। इस मामले में रिया के अलावा, बिहार सरकार, सुशांत सिंह राजपूत के पिता केके सिंह,महाराष्ट्र सरकार और केंद्र सभी की ओर से अपनी-अपनी दलीलें रखी जा चुकी हैं।
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