Surya grahan 2018: 13 जुलाई को साल का दूसरा सूर्य ग्रहण, 44 साल बाद बना ये खास संयोग
नई दिल्ली। 13 जुलाई को साल का दूसरा सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है, यह एक आंशिक सूर्यग्रहण होगा जो कि भारत में दिखाई नहीं देगा, इसे केवल अंटाकर्टिका, तस्मानिया और ऑस्ट्रेलिया के दक्षिणी भाग में देखा जा सकता है। आपको बता दें कि साल का पहला सूर्य ग्रहण 15-16 फरवरी को पड़ा था। इस ग्रहण को लेकर जहां खगोलशास्त्री काफी उत्सुक हैं वहीं दूसरी ओर धर्मशास्त्री इस ग्रहण को लेकर थोड़ा परेशान है क्योंकि ग्रहण काल में पूजा-पाठ वर्जित माना जाता है।
खास है ग्रहण
पूरे 44 बाद इस ग्रहण पर एक खास संयोग बन रहा है, जो कुछ अच्छा तो कुछ बुरा प्रभाव देने वाला है। दरअसल इस बार का ये आंशिक सूर्यग्रहण 13 तारीख और शुक्रवार को पड़नेवाला है और आज से 44 साल पहले यानी कि 13 दिसबंर दिन शुक्रवार को आंशिक ग्रहण लगा था जो अब 13 सितंबर 2080 को पड़ेगा। नासा के मुताबिक ये एक खास संयोग है।
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क्या कह रहे हैं धर्मशास्त्री....
धर्मशास्त्रियों के मुताबिक भले ही ये ग्रहण भारत में प्रभावी नहीं है लेकिन इसका असर लोगों के जीवन पर होगा क्योंकि सूतक काल का असर राशियों पर पड़ता है। आपको बता दें कि ग्रहण काल के 12 घंटे पहले ही सूतक लग जाता है, जिसमें कुछ कामों को नहीं किया जाता है।
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सूर्य ग्रहण क्या है ?
जब चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के मध्य में आता है, तब यह पृथ्वी पर आने वाले सूर्य के प्रकाश को रोकता है और सूर्य में अपनी छाया बनाता है। इस खगोलीय घटना को सूर्य ग्रहण कहा जाता है।
ग्रहण का समय
सूर्य ग्रहण 13 जुलाई को भारतीय समयानुसार सुबह 7 बजकर 18 मिनट 23 सेकंड से शुरू होगा, जो कि 8 बजकर 13 मिनट 5 सेकंड तक रहेगा इसका सूतक आज शाम से ही लग जाएगा।
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