भारत-म्यांमार सेना के ज्वाइंट ऑपरेशन ने एक और सर्जिकल स्ट्राइक को दिया अंजाम, तबाह हुए कई आतंकी ठिकानें
नई दिल्ली। भारतीय सेना ने नार्थईस्ट में म्यांमार की सीमा से लगे इलाकों में बने उग्रवादी कैंप पर सर्जिकल स्ट्राइक की है। भारत और म्यांमार सेना के संयुक्त ऑपरेशन में इस सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया गया और कई उग्रवादी कैंप को नेस्तानाबूत कर दिया गया। सेना की इस कार्रवाई के बाद आतंकी भागने लगे जिन्हें सुरक्षाबलों ने धर दबोचा। इस स्ट्राइक को 'ऑपरेशन सनशाइन-2' का नाम दिया गया। एक महीने से अधिक चलने वाले इस सैन्य ऑपरेशन से नॉर्थ ईस्ट क्षेत्र में पांव पसार चुके उग्रवाद को तगड़ा झटका लगा है।
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक यह ऑपेशन 16 मई से शुरू किया गया, जो 8 जून तक चलाया गया। ऑपेशन में इंडियन आर्मी के दो बटालियन के अलावा स्पेशल फोर्स, असम राइफल्स और घातक इन्फेंट्री के जवान शामिल थे। वहीं म्यांमार सेना ने अपनी विशेष टीम तैयार की थी। पिछले काफी समय से म्यामांर बॉर्डर पर उग्रवादी गतिविधियों में तेजी देखी जा रही थी। बताया जाता है कि इस कार्रवाई में कई उग्रवादी कैंप पूरी तरह से तबाह कर दिए गए हैं। अभी तक इस बात की जानकारी हासिल नहीं हो सकी है कि सर्जिकल स्ट्राइक में कितने आतंकी मारे गए हैं।
गौरतलब है कि इसी साल 22 से 26 फरवरी के बीच दोनों देशों ने 'ऑपरेशन सनशाइन-1' चलाया गया था। उस वक्त भारतीय सेना ने भारतीय क्षेत्र के अंदर संदिग्ध अराकान विद्रोही कैंपों के खिलाफ कार्रवाई की थी। उस वक्त भारतीय सेना की ओर से की गई कार्रवाई से डरे आतंकी म्यांमार की ओर भाग गए थे लेकिन उन्हें वहां की सेना ने गिरफ्तार कर लिया था।