Farmers Protest: सुप्रीम कोर्ट की कमेटी 21 जनवरी को करेगी किसानों के साथ पहली बैठक
Farmers Protest: सुप्रीम कोर्ट की कमेटी 21 जनवरी को करेगी किसानों के साथ पहली बैठक
नई दिल्ली। केंद्र सरकार की ओर से लाए गए तीन कृषि कानूनों (Farm Laws) पर सभी पक्षों से बातचीत के लिए सुप्रीम कोर्ट की ओर से बनाई गई कमेटी गुरुवार (21 जनवरी) को किसानों के साथ अपनी पहली बैठक करेगी। कमेटी के सदस्य अनिल घनवत ने बताया कि हमने आज सभी सदस्यों के साथ बैठक की। बैठक मे कमेटी ने फैसला लिया कि किसानों के साथ पहली बैठक 21 जनवरी को सुबह 11 बजे होगी। जो किसान संगठन बैठक में नहीं आ सकते हैं हम उनका मत वीडियो कांफ्रेंसिंग से जानेंगे।
अनिल घनवत ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने हमें निर्देश दिया है कि हमें सभी किसान संगठनों (जो कानूनों का समर्थन कर रहे हैं और जो कानूनों का विरोध कर रहे हैं), हितधारकों को सुनना है। जिसके बाद रिपोर्ट तैयार करके सुप्रीम कोर्ट को भेजनी है।
सुप्रीम कोर्ट ने 12 जनवरी को नए कृषि कानूनों औ किसान आंदोलन से जुड़ूी याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए चा सदस्यीय कमेटी का गठन किया था। सुप्रीम कोर्ट की ओर से गठित की गई कमेटी में भारतीय किसान यूनियन के नेता भूपेंद्र सिंह मान, किसानों के संगठन शेतकारी संगठन के अनिल घनवंत, कृषि वैज्ञानिक अशोक गुलाटी और अंतरराष्ट्रीय खाद्य नीति अनुसंधान के प्रमोद के जोशी शामिल थे लेकिन भूपेंद्र मान खुद को किसानों के साथ बताते हुए कमेटी से अलग हो गए। जिसके बाद अब कमेटी में तीन सदस्य है। गठन के बाद आज कमेटी के सदस्यों ने पहली मीटिंग की थी। जिसमें 21 जनवरी को किसानों से बात करने का फैसला लिया गया।
किसानों ने कहा, कमेटी से बात नहीं करेगे
सुप्रीम कोर्ट की कमेटी ने भले ही 21 जनवरी को किसानों से बात करने की तारीख रखी है लेकिन किसान कमेटी से मिलने से इनकार कर रहे हैं। मंगलवा को ही भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित की गई कमेटी की बैठक में हम नहीं जा रहे हैं। कानून सरकार लेकर आई है और वही इनको वापस लेगी। टिकैत ने कहा है कि हम सुप्रीम कोर्ट का सम्मान करते हैं लेकिन सरकार और किसान दोनों का ही मानना है कि बातचीत से ही हल निकलेगा। ऐसे में हम सरकार से ही बात करेंगे ना कि कमेटी से।