उन्नाव रेप पीड़िता को दिल्ली एयरलिफ्ट करने पर 5 अगस्त को सुनवाई करेगा सुप्रीम कोर्ट
नई दिल्ली। उन्नाव रेप पीड़िता की मां की चिट्ठी पर सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने सभी 5 केस को दिल्ली ट्रांसफर करने का आदेश दिया था। साथ ही ये भी कहा था कि अगर पीड़िता शिफ्ट करने लायक है तो उसे एयरलिफ्ट करके दिल्ली लाया जाए। इसपर पीड़िता के परिवार ने कोर्ट से अपील की थी कि अभी पीड़िता को लखनऊ में ही रखा जाए। सुप्रीम कोर्ट पीड़िता को दिल्ली एयरलिफ्ट करने के मामले पर सोमवार को सुनवाई करेगा।
पीड़िता के परिवार की तरफ से वकील ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि पीड़िता को लखनऊ के हॉस्पिटल में ही रखा जाए। परिवार की तरफ से कहा गया कि अगर भविष्य में कोई एमरजेंसी परिस्थिति आती है तो उन्हें सुप्रीम कोर्ट में मेंशन करने की इजाजत दी जाए। वहीं, यूपी सरकार की तरफ से कहा गया कि पीड़ित पहले से बेहतर है। सुप्रीम कोर्ट पीड़िता को दिल्ली एयरलिफ्ट करने के मामले पर अब सोमवार को सुनवाई करेगा, तब तक पीड़िता का इलाज लखनऊ में ही किया जाएगा।
इसके पहले, गुरुवार को सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने उन्नाव रेप केस से जुड़े सभी 5 केस को दिल्ली ट्रांसफर करने का आदेश दिया था। कोर्ट ने कार दुर्घटना की जांंच के लिए सीबीआई को 7 दिनों का वक्त दिया था और कहा था कि बहुत जरूरत पड़ने पर एजेंसी एक हफ्ते का अतिरिक्त समय ले सकती है। कोर्ट ने कहा था कि इस केस का ट्रायल 45 दिन में पूरा किया जाए।
कोर्ट ने पीड़िता के परिवार को 25 लाख का मुआवजा देने का आदेश दिया था
कोर्ट ने साथ ही यूपी सरकार को आदेश दिया था कि पीड़िता को अंतरिम मुआवजे के रूप में 25 लाख रु दिए जाएं। जबकि सुप्रीम कोर्ट ने उन्नाव रेप पीड़िता के परिवार और वकील को सुरक्षा मुहैया कराने का आदेश भी दिया था। बता दें कि उन्नाव रेप पीड़िता, परिवार के अन्य सदस्य और वकील उस कार में सवार थे जिसे रविवार को ट्रक ने टक्कर मारा था।
ये भी पढ़ें: उन्नाव रेप केस: पीड़िता के चाचा को रायबरेली जेल से तिहाड़ जेल शिफ्ट करने का आदेश