जयललिता की फिर जगी आस, 17 तारीख हो सकती है खास
नई दिल्ली। आय से अधिक संपत्ति के मामलें में चार साल की सजा काट रही तमिलनाडु की पूर्व मुख्यंत्री जयललिता के लिए 17 अक्टूबर की तारीख कुछ राहत ला सकती है। सुप्रीम कोर्ट ने जयललिता की जमानत याचिका पर 17 अक्टूबर को सुनवाई करने को राजी हो गया है। सुप्रीम कोर्ट इस मामले में दोषी शशिकला और सुधाकरन की जमानत याचिका पर भी सुनवाई करेगा।
जयललिता ने सुप्रीम कोर्टन में फली नरीमन को अपने वकील के रूप में चुना है। आपको बता दें कि इससे पहले वरिष्ठ वकील रामजेठमलानी जयललिता के वकील थे जोकि कर्नाटक हाई कोर्ट में जयललिता की जमानत याचिका की पैरवी कर रहे थे, जिसे कोर्ट ने ठुकरा दिया था। गौरतलब है कि पिछली 27 सितंबर से जयललिता आय से अधिक संपत्ति मामले में चेल में बंद हैं।
जयललिता को कर्नाटक हाई 65 करोड़ की अघोषित संपत्ति के मामले चार साल की सजा और सौ करोड़ रुपये के जुर्माने की सजा सुनाई थी। जयललिता ने कोर्ट से अपील की थी कि उनकी तबियत काफी खराब है इसलिए उन्हें तत्कालीन राहत दी जाए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री रहते उन्होंने अपने अधिकारों का दुरउपयोग नहीं किया है। जयललिता ने कोर्ट में जमानत के लिए वरिष्ठ नागरिक और महिला होने का भी हवाला दिया था।