SC Judges’ Row : CJI दीपक मिश्रा ने सुप्रीम कोर्ट के जजों का नया रोस्टर सार्वजनिक किया
, तीसरे नंबर के जज जस्टिस रंजन गोगोई के पास कोर्ट की अवमानना, धार्मिक मामले, पर्सनल लॉ, बैंकिंग, सरकारी ठेके, आपराधिक, श्रम, टैक्स , भूमि अधिग्रहण, सिविल, सामान्य पैसों के मामले, न्यायिक अधिकारियों से जुड़े मामले, भूमि अधिनियम संबंधी मामले, समुंद्री कानून आदि होंगे
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस ने एक अहम कदम उठाते हुए जजों का रोस्टर सार्वजनिक करने का फैसला किया है। मतलब ये कौन से जज किस केस की सुनवाई कर रहे हैं ये सारी जानकारी सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट पर मौजूद रहेगी। सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट पर डाले गए 13 पेज के फैसले में बताया गया है कि अब जजों का रोस्टर सार्वजनिक किया जाएगा। उसमें किसी जज को किसी केस की सुनवाई क्यों दी गई इसका ज़िक्र भी होगा। अब चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया दीपक मिश्रा नई जनहित याचिकाओं पर सुनवाई करेंगे। सुप्रीम कोर्ट में यह नया रोस्टर 5 फरवरी यानी सोमवार से लागू होगा। बता दें कि यह रोस्टर सिर्फ अब से नये मामलों पर लागू होगा। यह रोस्टर मामलों की श्रेणी के हिसाब से बनाया गया है। वहीं नया रोस्टर जारी किए जाने के बाद सीनियर वकील प्रशांत भूषण ने कहा है कि सीजेआई ने महत्वपूर्ण मामले अपने पास रखे हैं बाकी जजों को सामान्य केस दिया है।
चीफ जस्टिस के पास होंगे ये मामले
चीफ जस्टिस ने सुप्रीम कोर्ट में जजों के लिए नया रोस्टर सार्वजनिक कर दिया है। इस रोस्टर के मुताबिक, चीफ जस्टिस की बेंच के पास जनहित याचिका, आपराधिक मामले, चुनाव संबंधी याचिका, जांच आयोग संबंधी, कोर्ट की अवमानना से संबंधित याचिका, सामाजिक न्याय , संवैधानिक नियुक्तियों से संबंधित मामले होंगे। वहीं, सुप्रीम कोर्ट में दूसरे नंबर के जज जस्टिस जे चेलामेश्वर के पास आपराधिक, श्रम, टैक्स , भूमि अधिग्रहण, सिविल, सामान्य पैसों के मामले, न्यायिक अधिकारियों से जुड़े मामले, भूमि अधिनियम संबंधी मामले, समुंद्री कानून आदि रहेंगे।
तीसरे नंबर के जज के पास कोर्ट की अवमानना का मामला
उधर, तीसरे नंबर के जज जस्टिस रंजन गोगोई के पास कोर्ट की अवमानना, धार्मिक मामले, पर्सनल लॉ, बैंकिंग, सरकारी ठेके, आपराधिक, श्रम, टैक्स , भूमि अधिग्रहण, सिविल, सामान्य पैसों के मामले, न्यायिक अधिकारियों से जुड़े मामले, भूमि अधिनियम संबंधी मामले, समुंद्री कानून आदि होंगे। चौथे नंबर के जज जस्टिस मदन बी लोकुर के पास वन के संक्षण के मामले, भूमि, जल, पेड़, पैरामिलेट्री फ़ोर्स, सेना, धार्मिक मामले आदि होंगे और पांचवें नंबर के जज जस्टिस कुरियन के पास श्रम, रेंट एक्ट, फैमिली लॉ, पर्सनल लॉ व धार्मिक मामले आदि रहेंगे।
रोस्टर सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट पर मौजूद होगा
ऐसा पहली बार होगा कि जजों का रोस्टर सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट पर मौजूद होगा। आपको बता दें कि सिद्धांत के मुताबिक चीफ जस्टिस कोर्ट में कामकाज आवंटित करने में सर्वेसर्वा हैं और उन्हें रोस्टर तय करने का विशेषाधिकार है। लेकिन इस विशेषाधिकार के तहत चीफ जस्टिस की अपने अन्य साथी जजों पर न तो लीगल और न ही सुपरवाइजरी अथॉरिटी है। हालांकि चीफ जस्टिस को भी बाकी सुप्रीम कोर्ट जजों के बराबर ही माना जाता है। चीफ जस्टिस रोस्टर तय करते हुए बेंच का स्ट्रेंथ भी तय करते हैं।
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