Lunar Eclipse 2019: 21 जनवरी को नजर आएगा Super Blood Wolf Moon, कब और कहां देख सकेंगे आप
नई दिल्ली। नए साल (2019) का पहला ग्रहण चंद्र ग्रहण 21 जनवरी को लगने वाला है। इसे सुपर ब्लड वुल्फ मून भी कहा जा रहा है। 20 और 21 जनवरी की दरम्यान लगने वाला ग्रहण तीन चरणों में लगेगा। इस दौरान पूरा आकाश लाल रंग का चमक उठेगा। चंद्रमा पर लगने वाली इस पूरी प्रक्रिया को नासा ने मोस्ट डैजलिंग शो यानी सबसे चमकदार शो कहा है। चूंकि इस दौरान चांद पृथ्वी के सबसे करीब होगा इसलिए इसे सुपरमून भी कहा जाता है। 20 जनवरी की शाम सुपर ब्लड वुल्फ मून 8 बजकर 6 मिनट पर शुरू होगा और 21 जनवरी को 1 बजकर 18 मिनट पर पूरा हो जायेगा। आपको बता दें कि पिछला पूर्ण चंद्र ग्रहण साल 2018 में 27 जुलाई को पड़ा था, जो 1 घंटा 43 मिनट तक चला था।
क्या है सुपर ब्लड वुल्फ मून
यह बेहद कम होनी वाली खगोलीय घटना है जो केवल चंद्र ग्रहण के दौरान होती है। उस समय जब धरती सूर्य और चंद्रमा के बीच से गुजरती है तो चांद पर रोशनी नहीं पहुंचती। हालांकि, इस दौरान धरती के किनारों से कुछ रोशनी कटकर चांद तक जाती है जो चांद की सतह को सुर्ख लांल रंग देती है। इस दौरान चांद आम दिनों के मुकाबले बेहद बड़ा और खूबसूरत नजर आएगा।
तीन साल के इंतजार के बाद कोई पूर्ण चंद्र ग्रहण
इस नजारे को अमेरिका के कुछ हिस्सों और पश्चिमी अफ्रीका में सबसे ज्यादा स्पष्ट रूप से देखा जा सकेगा। खास बात ये है कि इसके बाद करीब तीन साल के इंतजार के बाद कोर्इ पूर्ण चंद्र ग्रहण पड़ेगा। यानि 21 जनवरी के बाद अगला पूर्ण चंद्र ग्रहण 26 मर्इ 2021 को पड़ेगा। इसलिए जिन को भी मौका मिल रहा है वो इस खूबसूरत नजारे को अपनी यादों में कैद कर लें।
ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा
बताया जा रहा है कि तीन खगोलीय घटनाओं के संयोग से बना यह पूर्ण चंद्र ग्रहण रात को आसमान में अद्भुत नजारे दिखाएगा। हालांकि यह ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा, लेकिन जिन क्षत्रों में भी दिखाई देगा वहां इस अद्भुत नजारे को बिना किसी उपकरण के खुली आंखों से देखा जा सकेगा।