Sunil Dutt bady: आखिर मौत के कुछ घंटे पहले सुनील दत्त ने परेश रावल को क्यों लिखा खत
Sunil Dutt bady: आखिर मौत के कुछ घंटे पहले सुनील दत्त ने परेश रावल को क्यों लिखा खत
मुंबई, 06 जून: बॉलीवुड स्वर्गीय अभिनेता सुनील दत्त की आज जयंती है। सुनील दत्त की 92वीं जयंती पर आज हम आपको उनके और अभिनेता परेश रावल की गहरी दोस्ती के किस्से के बारे में बताएंगे। संजय दत्त के पिता सुनील दत्त का किरदार फिल्म संजू में परेश रावल ने ही निभाया था। सुनील दत्त के 76वें जन्मदिन से कुछ दिन पहले ही उनका 25 मई 2005 को मुंबई स्थित घर पर हार्ट अटैक से निधन हो गया था। क्या आप जानते हैं कि अपने निधन से कुछ घंटे पहले ही सुनील दत्त ने अभिनेता परेश रावल को एक पत्र लिखा था।
आखिर मौत से चंद घंटे पहले सुनील दत्त ने परेश रावल को क्या लिखा था?
2018 में जब संजू रिलीज हुई थी तब खुद परेश रावल ने इस पत्र के बारे में मीडियो को बताया था। इसके साथ ही परेश रावल ने कहा था कि उनकी और सुनील दत्त की दोस्ती बहुत गहरी थी। सुनील दत्त ने अपनी मौत से कुछ घंटे पहले परेश रावल को जन्मदिन की बधाई देने के लिए पत्र लिखा था। जिस वक्त सुनील दत्त ने परेश रावल को यह पत्र लिखा, वह सांसद थे।
एक संसद सदस्य के रूप में सुनील दत्त ने लेटरहेड वाले पत्र में लिखा था, ''प्रिय परेश जी! जैसा कि आपका जन्मदिन 30 मई को पड़ता है, मैं आप सभी के जीवन में सुख, समृद्धि और सौभाग्य की कामना करता हूं। ईश्वर आप पर और आपके परिवार पर अपना सर्वश्रेष्ठ आशीर्वाद बरसाए।"
'हैरान था, जन्मदिन के 5 दिन पहले ही सुनील जी ने बधाई क्यों दी?'
परेश रावल ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया था, मैंने सुनील दत्त की मौत की खबर सुनकर अपनी पत्नी स्वरूप संपत को फोन करके बताया कि मैं देर से घर आऊंगा। पत्नी ने फिर मुझसे कहा कि सुनील दत्त की ओर से आपके लिए एक पत्र है। मैंने उससे पूछा कि पत्र क्या था और उसने कहा कि यह आपको जन्मदिन की बधाई देने के लिए है। मैंने उससे कहा कि मेरा जन्मदिन 30 मई को है, जो पांच दिन दूर है लेकिन उसने कहा कि पत्र तुम्हारे लिए है और उसने मुझे पढ़कर सुनाई भी। मै बहुत अधिक हैरान था। मेरे जन्मदिन से पांच दिन पहले सुनील दत्त साहब मुझे जन्मदिन का पत्र क्यों भेजेंगे? और हमने अतीत में कभी भी पत्रों के जरिए शुभकामनाओं का आदान-प्रदान नहीं किया है, चाहे वह दीवाली हो या क्रिसमस - तो वह मुझे क्यों लिखेंगे?"
मदर इंडिया से मशहूर हुए थे सुनील दत्त
सुनील दत्त को मदर इंडिया से प्रसिद्धि मिली, जिसमें उन्होंने दिवंगत अभिनेत्री नरगिस के साथ अभिनय किया था। बाद में सुनील दत्त ने नरगिस से शादी की। उन्होंने 1950 और 1960 के दशक के अंत में साधना, इंसान जाग उठा, सुजाता, मुझे जीने दो, खानदान, मेरा साया और पड़ोसन जैसी फिल्मों के साथ खुद को बॉलीवुड के सुपरस्टार के रूप में स्थापित किया।
1990 के दशक में, सुनील दत्त ने राजनीति की ओर रुख किया और उनकी मृत्यु के समय केंद्र सरकार में युवा मामले और खेल मंत्री थे।