सुनंदा पुष्कर मौत मामला: मुश्किल में फंसे शशि थरूर, दिल्ली पुलिस ने बनाया आरोपी
नई दिल्ली। सुनंदा पुष्कर हत्या मामले में 4 साल बाद दिल्ली पुलिस ने पटिलाया हाउस कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल किया। दिल्ली पुलिस ने आज 3000 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की। चार्जशीट में दिल्ली पुलिस ने कांग्रेस नेता और सुनंदा पुष्कर के पति शशि थरूर को आरोपी बनााया है। दिल्ली पुलिस ने IPC की धारा 306(आत्महत्या के लिए उकसाना) और 498A(वैवाहिक जीवन मे प्रताड़ना) के तहत आरोप-पत्र दाखिल किया है।
शशि थरूर पर खुदकुशी के लिए उकसाने का आरोप
दिल्ली पुलिस की चार्जशीट के कॉलम 11 में पुलिस ने सुनंदा पुष्कर के पति शशि थरूर को संदिग्ध के तौर पर लिखा है। पुलिस ने पाया कि थरूर के खिलाफ उन्हें पर्याप्त सबूत नहीं मिले, लेकिन वो संदेह के घेरे में है। इस मामले में अगली सुनवाई 24 मई को होगी। आपको बता दें कि घटना के वक्त सुनंदा पुष्कर और शशि थरूर की शादी को सिर्फ 7 साल नहीं हुए थे इसलिए सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट (एसडीएम) की देखरेख में इस मामले की जांच शुरू की गई।
शशि थरूर की सफाई-खुद को बताया बेकसूर
दिल्ली पुलिस के आरोपपत्र के बाद कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने ट्विटर के जरिए अपनी सफाई दी। थरूर ने दो ट्वीट किए और अपना पक्ष रखते हुए दिल्ली पुलिस के आरोपों को बेबुनियाद बताया। उन्होंने लिखा कि जो भी सुनंदा को जानता था उसे यह बात पता है कि अकेले मेरे उकसाने से वह खुदकुशी नहीं कर सकती। थरूर ने लिखा कि साढ़े 4 साल के जांच के बाद दिल्ली पुलिस के नतीजे उनकी मंशा पर सवाल खड़ा करते हैं। उन्होंने दावा किया कि 17 अक्टूबर को दिल्ली हाई कोर्ट में लॉ ऑफिसर ने कहा था कि इस मामले में उन्हें किसी के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिले, लेकिन 6 महीने बाद उनका बयान बदल गया और वो कह रहे हैं कि मैंने सुनंदा को खुदकुशी के लिए उकसाया।
यूपीए सरकार ने नष्ट करवाए सारे सबूत
इस मामले में अपनी प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि यूपीए सरकार और भ्रष्ट पुलिस ने मौत के वक्त सभी सबूत और दस्तावेजों को नष्ट कर दिया। उन्होंने कहा कि अभी के सबूतों पर क्या हो सकता है। ट्रायल के दौरान इसमें और भी जानकारियां सामने आ सकती हैं। उन्होंने कहा कि शशि थरूर पर आरोप लगे हैं कि उन्होंने अपनी पत्नी को खुदकुशी के लिए उकसाया। आपको बता दें कि बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने ही दिल्ली हाईकोर्ट में पीआईएल दायर कर सुनंदा पुष्कर मौत मामले की सीबीआई जांच और संयुक्त जांच टीम बनाने की अपील की थी। हालांकि दिल्ली हाईकोर्ट ने स्वामी की याचिका खारिज कर दी थी, जिसके बाद उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में अपील की थी।
2014 में होटल में मिली थी सुनंदा पुष्कर की लाश
17 जनवरी 2014 में सुनंदा पुष्कर दिल्ली के एक होटल के कमरे में मृत पाई गई थीं। उनकी मौत के बाद शशि थरूर और पाकिस्तानी पत्रकार मेहर तरार के बीच नजदीकी की खबरें आई और कहा जाना लगा कि थरूर के अफेयर की वजह से सुनंदा पुष्कर ने खुदकुशी की। शुरुआती पोस्टमार्टम में मौत की वजह ज़हर बताई गई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक उनके शरीर पर इंजेक्शन और काटने के निशान भी थे। उनके शरीर में अल्जोलम के सबूत मिले थे और होटल के जिस कमरे में उनकी लाश मिली वहां नींद की गोलियां पाई गईं। हालांकि ये साफ नहीं हो पाया कि सुनंदा पुष्कर की मौत की किस जहर की वजह से हुई।
सुनंदा की मौत अप्रकृतिक मौत
खुदकुशी के बाद सुनंदा पुष्कर की विसरा रिपोर्ट के मुताबिक मौत से पहले वो पूरी तरह स्वस्थ थीं। रिपोर्ट के मुताबिक सुनंदा की मौत ज़हर के कारण हुई और यह अप्राकृतिक थी। रिपोर्ट में जहर का पता नहीं चल सकने पर सुनंदा के बेटे शिव मेनन ने दिल्ली पुलिस कमीश्नर को पत्र लिखकर दूसरे डॉक्टर्स से सलाह लेने की अपील की थी।