कोरोना के हल्के लक्षण वाले मरीजों के लिए वरदान सन फार्मा की ये दवा, कीमत सिर्फ 35 रुपए प्रति टैबलेट
नई दिल्ली। भारत में कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते मामले अब राज्य और केंद्र सरकार की चिंता बढ़ा रहे हैं, यहां प्रतिदिन अब अमेरिका और ब्रजील से भी अधिक मामले सामने आने लगे हैं। महामारी के रोकथाम के लिए अभी कोई वैक्सीन बाजार में नहीं आई है लेकिन इस बीच सन फार्मास्युटिकल्स इंडस्ट्रीज ने मंगलवार कोरोना मरीजों के लिए थोड़ी राहत भरी दी है। संस्थान ने कोरोना वायरस के हल्के लक्षणों वाले मरीजों के इलाज में काम आने वाली दवा फेविपिराविर लॉन्च की है। इस दवा की कीमत इतनी कम है कि कोई भी शख्स इसे आसानी से खरीद सकता है।
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हल्के लक्षणों वाले मरीजों के लिए बना वरदान
भारत में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 18 लाख के पार पहुंच गया है, एक दिन में 52,050 नए केस सामने आए हैं। देश में लगातार बढ़ते मरीजों को इलाज की सख्त जरूरत है। मंगलवार के सन फार्मास्युटिकल्स के ऐलान के बाद से सरकार को भी थोड़ी राहत मिली होगी। संस्थान ने हल्के लक्षण वाले मरीजों के लिए जो दवा लॉन्च की है उनका ब्रैंड नाम फ्लूगार्ड (फेविपिराविर 200 mg) है। इस दवा की कीमत सिर्फ 35 रुपए प्रति टैबलेट रखी गई है। जल्दी ही यह दवा देशभर के बाजार में उपलब्ध होगी।
हर वर्ग के लोगों के बजट में है दवा
बता दें कि फेविपिराविर देश में हल्के से मध्यम लक्षण वाले कोरोना मरीजों के लिए स्वीकृत एकमात्र ओरल एंटी-वायरल दवा है। सन फार्मा के भारतीय कारोबार के सीईओ कीर्ति गानोरकर ने बताया, देश में अब प्रतिदिन 50 हजार से अधिक मामले सामने आ रहे हैं ऐसे में स्वास्थ्य कर्मियों को इलाज के अधिक विकल्प उपलब्ध कराने की बहुत जरूरत है। उन्होने अपने एक बयान में कहा, हम बहुत सस्ती दरों पर फ्लूगार्ड को लॉन्च कर रहे हैं जो हर वर्ग के लोगों के बजट में होगा।
इस सप्ताह तक बाजार में होगी उपलब्ध
उन्होंने आगे कहा, इस कीमत पर दवा अधिक मरीजों तक पहुंच सकेगी और उनकी जेब पर भी बोझ नहीं बढ़ेगा। यह महामारी के खिलाफ हमारे भारत की प्रतिक्रिया को हमारे समर्थन के तहत है। कीर्ति गानोरकर ने आगे कहा, कंपनी सरकार और स्वास्थ्य समुदाय के साथ मिलकर यह दवा देशभर के मरीजों तक पहुंचाने की कोशिश करेगी। इस सप्ताह तक फ्लूगार्ड को बाजार में उपलब्ध करा दिया जाएगा।
अन्य देशों में भारत से अधिक कीमत
बता दें कि इससे पहले कंपनी ने ग्लेनमार्क फार्मास्युटिकल्स दवा को बाजार में उतारा था, इसकी कीमत शुरुआत में 103 रुपए प्रति टैबलेट रखी गई थी, बाद में कंपनी ने कीमतों में 27 फीसदी की कटौती करते हुए 75 रुपए प्रति टैबलेट कर दिया था। बता दें कि भारत के अलावा इस टैबटेल को कई अन्य देशों में भी बेचा जाता है। रूस में इसकी कीमत 600 रुपये प्रति टैबलेट, जापान में 378 रुपये, बांग्लादेश में 350 रुपये और चीन में यह 215 रुपये प्रति टैबलेट है।
देश में कोरोना का तांडव
गौरतलब है कि पूरे देश में कोरोना वायरस का तांडव जारी है, भारत में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 18 लाख के पार पहुंच गया है, एक दिन में 52,050 नए केस सामने आए हैं तो वहीं 803 मरीजों की मौत हो चुकी है, जिसके बाद मरीजों की संख्या 18,55,746 हो गई है। जिसमें 5,86,298 सक्रिय मामले, 12,30,510 ठीक/डिस्चार्ज/विस्थापित मामले और 38,938 मरीजों की मौत शामिल है। भारत में अब तक कोरोना वायरस के कुल 2,08,64,206 टेस्ट किए गए हैं।
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