सुल्तानपुर शहर का बदल सकता है नाम, राज्यपाल ने योगी आदित्यनाथ को लिखा पत्र
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की सत्ता संभालने के बाद योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में कई जगहों के नाम में परिवर्तन किया गया है। प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक के पास एक प्रस्ताव आया है जिसमे अपील की गई है कि सुल्तानपुर शहर के नाम को बदल दिया जाए। यह अपील लखनऊ के राजपूताना शौर्य फाउंडेशन की ओर से की गई है, जिसमे कहा गया है कि सुल्तानपुर के पुराने नाम कुश भवनपुर को ही फिर से अपनाया जाए। इस अपील को राज्यपाल ने आगे बढ़ाते हुए मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर इस मामले को लेकर उचित कार्रवाई करने के लिए कहा गया है।
एक अन्य मांग
यह पत्र 28 मार्च को लिखा राज्पाल की ओर से भेजा गया है। फाउंडेशन के लोगों ने राज्यपाल से मुलाकात करके सुल्तानपुर शहर का नाम बदलने की अपील की थी। इस दौरान फाउंडेशन की ओर से राज्यपाल को एक किताब सुल्तानपुर की झलक सौंपी गई, साथ ही सुल्तानपुर के इतिहास से जुड़ा एक प्रतीक चिन्ह भेंट किया गया। फाउंडेशन की ओर से यह अपील भी की गई है कि शहर को धरोहर शहर की लिस्ट में भी शामिल किया जाए।
भाजपा ने कई नाम बदले
बता दें कि प्रदेश में जबसे भाजपा सत्ता में आई हैउसने इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज, फैजाबाद का नाम बदलकर अयोध्या, मुगलसराय रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन कर दिया है। पत्र में कहा गया है कि प्रिय योगी आदित्यनाथ जी राजपूताना शौर्य फाउंडेशन का एक गुट आज मुझसे मिला और उसने मुझे सुल्तानपुर इतिहास की एक झलक नाम की किताब सौंपी। फाउंडेशन के प्रतिनिधिमंडल ने 25 मार्च को मुझसे भेंट की थी। इस दौरान इन लोगों की ओर से अपील की गई है कि सुल्तानपुर के नाम को बदलकर भवानपुर किया जाए।
भाजपा विधायक ने भी उठाई थी मांग
इससे पहले पिछले वर्ष सुल्तानपुर के भाजपा विधायक शहर का नाम बदलकर भगवान राम के बेटे कुश के नाम पर कुश भवनपुर करने की मांग की थी। दिसंबर माह में विधायक देवमणि द्विवेदी सदन में चर्चा भी की थी। द्विवेदी का कहनाहै कि सुल्तानपुर के लोग इस मुद्दे को काफी समय से उठा रहे हैं, जब कई लोग मेरे पास आए तो मैंने भी इस मुद्दे पर गौर किया। मैंने इतिहास का अध्ययन किया और पाया कि शहर को कुश भावनगर के नाम से ही जाना जाता था। शहर को कुशपुर और कुशवटी के नाम से भी जाना जाता है।