सुकमा नक्सली हमले में एक महीने बाद बड़ी कार्रवाई, कंपनी कमांडर सस्पेंड
पूरा मामला 24 अप्रैल को सामने आया था जब सुकमा में करीब 300 की संख्या में नक्सलियों ने सीआरपीएफ टीम पर हमला कर दिया था। नक्सलियों के इस हमले में सीआरपीएफ के 25 जवान शहीद हो गए थे।
नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ के सुकमा में 24 अप्रैल को हुए सीआरपीएफ टीम पर हमले में अब जाकर कार्रवाई की गई है। सीआरपीएफ ने सुकमा नक्सली हमले का शिकार बनी टीम के कंपनी कमांडर को निलंबित कर दिया है। सीआरपीएफ ने जिन अधिकारी पर ये कार्रवाई की है उनका जयन विश्वनाथ है। बता दें कि इस हमले में 25 सीआरपीएफ के जवान शहीद हुए थे।
कंपनी कमांडर जयन विश्वनाथ निलंबित
पूरा मामला 24 अप्रैल को सामने आया था जब सुकमा में करीब 300 की संख्या में नक्सलियों ने सीआरपीएफ टीम पर हमला कर दिया था। नक्सलियों के इस हमले में सीआरपीएफ के 25 जवान शहीद हो गए थे। इस मामले में सीआरपीएफ की ओर से जांच के बाद टीम के कमांडर जयन विश्वनाथ को नेतृत्व करने में नाकाम रहने के कारण निलंबित किया गया। सीआरपीएफ के ही 74वीं बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर फिरोज कुजुर पर भी कार्रवाई की गई है और उनका ट्रांसफर कर दिया गया है।
सीआरपीएफ के अधिकारियों के मुताबिक सीआरपीएफ के कंपनी कमांडर जयन विश्वनाथ पर कार्रवाई जांच की प्रारंभिक रिपोर्ट आने के बाद की गई है। वहीं कमांडिंग ऑफिसर फिरोज कुजुर का ट्रांसफर रुटीन कार्रवाई का हिस्सा है। इनके अलावा बस्तर इलाके में तैनात कुछ और अधिकारियों का ट्रांसफर किया गया है। इस बीच ऐसी जानकारी मिल रही है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश पर सीआरपीएफ कुछ और अधिकारियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई कर सकती है। बता दें कि सीआरपीएफ ने हाल ही में सुकमा हमले से जुड़ी रिपोर्ट गृह मंत्रालय को सौंपी है। हाल ही में नियुक्त किए गए सीआरपीएफ के नए डायरेक्टर जनरल आरआर भटनागर ने बस्तर में तैनात नक्सल विरोधी ऑपरेशन में जुटी बटालियन को और मजबूत बनाने की कोशिश में जुटे हुए हैं। इसी के मद्देनजर आने वाले वक्त में कुछ और फैसले लिए जाने की संभावना है।
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