काबुल गुरुद्वारे में बंदूकधारियों के घुसने का मामला, सुखबीर बादल ने भारत सरकार से की ये मांग
नई दिल्ली, 16 अक्टूबर: अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के गुरुद्वारे में हथियारों से लैस अधिकारियों के जबरन घुसने की घटना पर शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष और सांसद सुखबीर सिंह बादल ने कड़ा एतराज जताया है। शनिवार को इस मामले पर बयान देते हुए बादल ने कहा, मैं इसकी कड़ी निंदा करता हूं। सिखों और अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों पर वहां लगातार हमला किया जा रहा है। भारत सरकार से मेरा गुजारिश है कि वो इस मामले को अंतरराष्ट्रीय मंच पर उठाए ।
शुक्रवार को इंडिया वर्ल्ड फोरम के प्रमुख पुनीत सिंह चंडोक ने बताया कि खुद को इस्लामिक एमीरात ऑफ अफगानिस्तान की स्पेशल यूनिट के अफसर बताने वाले हथियारों से लैस कुछ लोग काबुल के गुरुद्वारा दशमेश पिता में जबरन घुस गए। इन लोगों ने गुरुद्वारे के पास में स्थित पूर्व सांसद नरिंदर सिंह खालसा के दफ्तर और घर की भी तलाशी ली। इस गुरुद्वारे में करीब सिख रह रहे हैं।
पुनीत सिंह चंडोक ने भारत सरकार से अफगानिस्तान में रहने वाले हिंदू और सिख समुदायों से जुड़े मुद्दों को उनके समकक्षों के साथ उच्चतम स्तर पर तुरंत उठाने का आग्रह किया है। करीब 10 दिन पहले भी काबुल में गुरुद्वारा कार्ते परवान के अंदर हथियारबंद तालिबानी लड़ाके दाखिल हो गए थे गार्ड्स के सात बदतमीजी करते हुए सीसीटीवी कैमरे तोड़ डाले थे।
बता दें कि अगस्त में तालिबान ने अफगानिस्तान की सत्ता पर कब्जा कर लिया था। इसके बाद से वहां धार्मिक अल्पसंख्यकों- हिंदू, सिख, शिया और दूसरे समुदायों को लगातार खौफ के साये में जीना पड़ रहा है। बीते कुछ दिन में अफगानिस्तान में शिया मस्जिदों को भी लगातार निशाना हमले किए गए हैं, जिसमें बहुत से लोगों की जान जा चुकी है।
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