Coronavirus होने से पहले पैर पर नजर आते हैं ऐसे निशान, डॉक्टरों ने खोजा ये नया लक्षण
बेंगलुरु। कोरोना वायरस (कोविड 19) ने पूरी दुनिया को अपने शिकंजे में बुरी तरह जकड़ रखा है। वैज्ञानिकों इस संक्रमण से बचाव करने वाली न तो वैक्सीन इजात कर पाए हैं और न ही इलाज के लिए दवा। इतना ही नहीं अब तक इसके नए-नए लक्षण डॉक्टरों को हैरानी में डाल रहे हैं। अभी तक कोरोना वायरस के लक्षणों में प्रमुख रुप से खांसी, बुखार, थकान, फ्लू, जुकाम या फिर कुछ एलर्जी माना जा रहा था लेकिन अब यूरोप के डॉक्टरों ने अपने यहां कोरोना का इलाज करा रहे मरीजों में कोरोना वायरस का नया लक्षण देखा है।
डाक्टरों ने बताया इसे बेहद शुरुआती लक्षण
इन सामान्य लक्षणों के अलावा कोरोना संक्रमितों ने और डॉक्टरों ने बताया था कि कोरोना वायरस से ग्रसित व्यक्ति की सूंघने और स्वाद की क्षमता कम या खत्म हो जाती है। लेकिन इस बार जो लक्षण बताया जा रहा है वह बहुत ही अलग है। कोरोना वायरस होने से पहले पैरों पर अजीब निशान दिखाई पड़ते हैं। ये निशान ऐसे होते हैं मानों त्वचा के उस स्थान पर खून जम गया हो। स्पेन के वैज्ञानिकों ने यह पता लगाया और दावा किया है कि यह कोरोना वायरस का बेहद शुरुआती लक्षण है। द स्पेनिश जनरल काउंसिल ऑफ ऑफिशियल पोडियेट्रिक कॉलेज के अनुसार, इटली के साथ ही फ्रांस और स्पेन में ऐसे लक्षण मिले हैं।
कोरोना मरीजों के पैरों में मिले ये निशान
गौरतलब है कि यूरोपीय डॉक्टरों ने मरीजों का इलाज करते समय कोरोना से ग्रसित मरीजों के पैरों में छोटे-छोटे घाव के निशान पाए। डॉक्टरों का कहना है कि यूरोप में भर्ती हो रहे ज्यादातर मरीजों के पैर में ये छोटे घाव देखे गए। ये घाव जैसे पैर में पहले रेड स्पॉट जैसे दिखाई देते हैं। कोरोना मरीजों के पैरों की उंगलियों के ऊपर, उंगलियों के बीच में या फिर पैर के तलवे में ये छोटे-छोटे लाल या गुलाबी रंग के घाव देखाई दिए। हालांकि, ये घाव मरीज के ठीक होते ही गायब भी हो जा रहे हैं। इसके लिए अलग से उपचार की जरूरत नहीं पड़ती हैं।
कोरोना वायरस के लक्षणों में अब तक ये सब था शामिल
मालूम हो कि सबसे पहले कहा गया था कि सर्दी, जुकाम, खांसी, गले में दर्द, बुखार कोरोना वायरस के सामान्य लक्षण है। अब तक भी जिन लोगों में ये संकेत नजर आ रहे हैं, उन्हें कोरोना वायरस संदिग्ध मानकर इलाज किया जा रहा है। इसके बाद बताया गया कि मरीजों में सूंघने की क्षमता भी कम हो रही है। इसके बाद आंखों में जलन और दर्द को भी कोरोना वायरस का लक्षण बताया गया। अब यह खुलासा हुआ है।
शुरुआती दौर में ऐसे दिखते हैं ये निशान
स्पेन में डॉक्टरों के संगठन जनरल काउंसिल ऑफ कॉलेजेस ऑफ पोडियाट्रिस्ट (सीजीसीओपी) का कहना है कि यह कोरोना वायरस के होने का एक प्रमुख निशान है। इसे बीमारी आने से ठीक पहले का प्रमुख लक्षण माना जा सकता है। कोरोना वायरस होने से पहले पैर में ये निशान होने के अधिकांश मामले बच्चों में सामने आए हैं। हालांकि डॉक्टरों ने कहा है कि हमें यह लक्षण यूरोप के ज्यादातर मरीजों में देखने को मिले हैं। जिन मरीजों में यह लक्षण दिखाई दिया है, वे सभी कोरोना पॉजिटिव थे। डाक्टरों ने बताया कि शुरू में ये निशान पीले होते हैं। ठीक उसी तरह जैसे चिकनपॉक्स, खसरा या चिलब्लेंस में होते हैं। ये निशान आमतौर पर पैर की उंगलियों पर दिखाई देते हैं और आम तौर पर बगैर कोई निशान छोड़े ठीक हो जाते हैं। डॉक्टरों का कहना है कि सबसे पहले पैर में अगर छोटे-छोटे हल्के पीले, लाल या गुलाबी घाव दिखने लगे तो समझ जाना चाहिए कि कोरोना वायरस का हमला होने वाला है। इसके ठीक बाद वो सारे लक्षण दिखने लगेंगे जो कोरोना वायरस के संक्रमण पर होते हैं।
दुनिया भर के डाक्टरों को दिया गया अलर्ट
द स्पेनिश जनरल काउंसिल ऑफ ऑफिशियल पोडियेट्रिक कॉलेज के अनुसार, दुनियाभर में डॉक्टरों और वैज्ञानिकों को इस बारे में अलर्ट कर दिया गया है, क्योंकि इन निशानों को देखकर जितनी जल्दी इलाज किया जाएगा, मरीज को उतनी जल्दी कोरोना वायरस से मुक्ति मिलेगी। ये घाव दिखने लगे तो समझ जाना चाहिए कि कोरोना वायरस का हमला होने वाला है इसलिए जितनी जल्दी इलाज शुरु होगा उतना बेहतर होगा
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