CWC की बैठक में बोले मनमोहन सिंह- लॉकडाउन की सफलता टेस्टिंग पर निर्भर करेगी
नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री और कांग्रेस नेता डॉक्टर मनमोहन सिंह ने कहा है कि लॉकडाउन तभी सफल होगा, अगर हम इस दौरान तेजी से टेस्ट करेंगे। कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में गुरुवार को मनमोहन सिंह ने कहा कि कोविड-19 से लड़ने के लिए राज्यों और केंद्र के बीच बेहतर तालमेल बहुत जरूरी है। केंद्र और राज्यों में बेहतर तालमेल से ही इससे पार पाया जा सकता है। देश में जारी लॉकडाउन पर उन्होंने कहा, लॉकडाउन कितना सफल हुआ, ये इससे तय होगा कि इस दौरान हमने कैसे कोरोना पर काबू पाने के लिए कदम उठाए।
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कांग्रेस की सर्वोच्च नीति निर्धारण इकाई कांग्रेस कार्य समिति की बैठक गुरुवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए हुई।जिसमें खासतौर से कोरोना संकट पर चर्चा हुई। इसी दौरान पूर्व पीएम डॉ. मनमोहन सिंह ने ये बातें कहीं। पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी इस दौरान टेस्ट की स्पीड पर सवाल उठाए। सोनिया गांधी ने पीपीई किट की खराब गुणवत्ता पर चिंता जाहिर की और कहा कि देश में कोरोना टेस्टिंग अभी बहुत कम संख्या में हो रही है, यह काफी चिंता की बात है।
सोनिया गांधी ने बैठर में आर्थिक तौर पर कमजोर परिवारों को 7500 रुपए देने की मांग केंद्र सरकार से मांग की है। गांधी ने कहा कि लॉकडाउन के पहले चरण में 12 करोड़ लोगों ने अपनी नौकरियां खोई हैं। बेरोजगारी और बढ़ने की संभावना है क्योंकि आर्थिक गतिविधि पूरी तरह से ठप है। इस संकट से निपटने के लिए प्रत्येक परिवार को कम से कम 7,500 रुपये दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रवासी मजदूर अब भी शहरों में फंसे हुए हैं, बेरोजगार हैं और घर लौटने को बेताब हैं। वह सबसे कठिन दौर से गुजर रहे हैं। संकट के इस दौर से बचे रहने के लिए उन्हें खाद्य सुरक्षा और वित्तीय सुरक्षा उपलब्ध कराया जाना चाहिए।
बैठक में सीडब्ल्यूसी के सदस्य और कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल हुए। इससे पहले दो अप्रैल को सीडब्ल्यूसी की बैठक हुई थी जिसमें कोरोना वायरस संकट पर चर्चा करने के साथ सरकार से छोटे उद्योगों, किसानों, मजदूरों और वेतनभोगी वर्ग के लिए राहत की मांग की गई थी।