पुणे: लड़के के हाथ काट कर इस लड़की को दी गई नई जिंदगी
पुणे। भारत में मेडिकल साइंस ने जो कर दिखाया वो किसी चमत्कार से कम नहीं है। मामाल महाराष्ट्र स्थित पुणे के इंस्टीट्यूट साइंस का है। जहां एशिया का पहला दोहरा अंग प्रत्यारोपण किया गया है। मिली जानकारी के अनुसार केरल निवासी श्रेया ने अपने अपने दो हाथ खो दिए। इंस्टीट्यूट के डॉक्टरों ने उसके शरीर में एक लड़के के हाथ लगाकर उसे नई जिंदगी दी है। बता दें कि जिस लड़के के हाथ श्रेया को लगे हैं, उसके निधन के बाद परिजनों ने उसके अंग डोनेट करने का फैसला किया था। श्रेया को अब अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। अब वो फिजियोथिरेपिस्ट की निगरानी में है।
श्रेया ने बताया कि दुर्घटना के बाद उसकी पूरी दुनिया खत्म हो गई थी। उसे यह नहीं पता था कि उसके साथ क्या हुआ है! बकौल श्रेया जब उसकी मां ने बताया कि उसके हाथों का प्रत्यारोप कर दिया गया है तो उसे उम्मीद जगी। श्रेया के साथ यह हादसा साल 2017 के सितंबर में हुआ था। उसके बाद करीब 4 महीने तक उसने प्रोस्थेटिक हाथों का इस्तेमाल किया।