अपनी ही सरकार के लिए मुसीबत बने स्वामी, रक्षामंत्री के खिलाफ राष्ट्रपति को लिखा पत्र
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नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने अब अपनी ही सरकार की रक्षा मंत्री को कटघरे में खड़ा कर दिया। स्वामी ने रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण के खिलाफ राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखा है। इस पत्र में स्वामी ने राष्ट्रपति से अपील की है कि सेना के खिलाफ जिस तरह से जम्मू-कश्मीर में एफआईआर दर्ज की गई है, उस मामले में वह रक्षामंत्री को तलब करके और उनसे स्पष्टीकरण ले। स्वामी ने अपने पत्र में लिखा है कि रक्षामंत्री की इजाजत के बाद ही सेना के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
अनुच्छेद 78 सी का जिक्र
स्वामी ने राष्ट्रपति को संविधान के अनुच्छेद 78 सी को याद दिलाते हुए लिखा है कि इस धारा के तहत वह केंद्र सरकार के किसी भी मंत्री के बारे में प्रधानमंत्री से पूछताछ कर सकते हैं। स्वामी ने सेना के खिलाफ जिस तरह से राज्य की मुख्यमंत्री ने एफआईआर दर्ज कराई है, उसे संवेदनशील मुद्दा बताते हुए कहा कि राष्ट्रपति को सीधे राक्षामंत्री को तलब करके उनसे पूछताछ करनी चाहिए। अपने दो पेज के पत्र में स्वामी ने कहा है कि सैनिको के खिलाफ एफआईआर रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण की इजाजत से ही दर्ज की गई है।
रक्षामंत्री की चुप्पी पर उठाए सवाल
जम्मू कश्मीर में अफ्सपा कानून का जिक्र करते हुए स्वामी ने कहा है कि इस कानून की धारा 7 के तहत सेना के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के लिए केंद्र सरकार की अनुमति लेनी होगी, ऐसे में बिना केंद्र सरकार की अनुमति के सेना के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं कराई जा सकती है, लिहाजा राष्ट्रपति को रक्षामंत्री को तलब करना चाहिए। स्वामी ने रक्षामंत्री की चुप्पी पर भी सवाल खड़ा किया है, उन्होंने कहा कि आखिर पिछले 10 दिनों से वह इस मुद्दे पर क्यों शांत हैं।
सेना का मनोबल गिराने का काम
गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने अपने बयान में कहा था कि उन्होंने केंद्र सरकार की अनुमति के बाद ही सेना के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है, मुफ्ती के इस बयान का हवाला देते हुए स्वामी ने अपने पत्र में लिखा है कि रक्षामंत्री की अनुमति के बाद ही सेना के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के बयान के बाद भी रक्षामंत्री पिछले 10 दिन से चुप हैं और उन्होंने इसपर कोई सफाई नहीं दी है। सरकार का यह कदम सेना का मनोबल गिराने वाला है।
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