विवादित पर्चे पर गौतम की मदद के लिए आगे आए बीजेपी के दिग्गज नेता
नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी की प्रत्याशी आतिशी की ओर से अपने खिलाफ आपत्तिजनक पर्चे बंटवाये जाने के आरोपों का सामना कर रहे भाजपा नेता गौतम गंभीर को पार्टी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी का साथ मिला है। स्वामी ने कहा है कि गंभीर इस मामले को लेकर बचाव की मुद्रा में ना आएं, अगर जरूरत पड़ी तो वो खुद कोर्ट में उनका पक्ष रखेंगे। पूर्वी दिल्ली से आप की प्रत्याशी ने यहां से भाजपा प्रत्याशी गौतम गंभीर पर आरोप लगाए हैं कि उन्होंने उनके खिलाफ आपत्तिजनक बातें लिखे पर्चे छपवाए। वहीं गौतम की ओर से कहा गया है कि ये बेबुनियाद है, अगर ऐसा साबित हुआ तो वो उम्मीदवारी वापस ले लेंगे।
स्वामी ने किया गौतम का समर्थन
भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने गौतम गंभीर और आतिशी के बीच आरोप-प्रत्यारोप पर शनिवार को एक ट्वीट में कहा कि गंभीर को अपने खिलाफ लगे आरोपों को लेकर रक्षात्मक होने की जरूरत नहीं है। अगर गंभीर को चुनाव आयोग से भी नोटिस मिलता है तब भी उन्हें इसकी परवाह नहीं करनी चाहिए। अगर कोर्ट में उन्हें मदद की जरूरत होगी तो वह खुद उनका पक्ष रखेंगे। स्वामी ने कहा कि गौतम गंभीर नक्सल प्रचारित एक फर्जी गुमनाम लेटर को लेकर आखिर क्यों इतने रक्षात्मक हैं। अगर गूंगा-बहरा आयोग नोटिस जारी करता है तो भी ध्यान ना दें।
क्या हैं आतिशी के आरोप
आतिशी और आम आदमी पार्टी ने गौतम गंभीर पर आरेल लगाए हैं कि उन्होंने ऐसे पर्चे लोकसभा क्षेत्र में बंटवाए, जिसमें आतिशी का चरित्र हनन किया गया है। आम आदमी पार्टी ने इसको लेकर गौतम गंभीर को नोटिस भेजा है। आप ने गौतम गंभीर से आतिशी से माफी मांगने की बात कही है। वहीं महिला आयोग से भी आतिशी ने मामले की शिकायत की है।
आतिशी के खिलाफ 'गंदे पर्चे' बांटने के मामले में अखबार के वेंडर ने किया बड़ा
गंभीर ने कहा, मेरे खिलाफ कुछ साबित हुआ तो फांसी लगा लूंगा
गौतम गंभीर लगातार आप के आरोपों को खारिज कर रहे हैं। गंभीर का कहना है कि अगर केजरीवाल यह साबित कर देते हैं कि इन पर्चों से मेरा कुछ लेना देना है, तो मैं जनता के सामने फांसी लगा लूंगा।
गौतम गंभीर ने भी आप नेताओं (केजरीवाल, सिसोदिया और आतिशी) को नोटिस भेजा है। इसमें गंभीर से बिना शर्त माफी मांगने की मांग की गई है। नोटिस में कहा गया है कि झूठे आरोप लगाकर उनकी छवि खराब करने की कोशिश की गई। अगर माफी नहीं मांगी गई तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
ये भी पढ़ें- दिल्ली की सातों लोकसभा सीटों पर हार-जीत के आंकड़े