सुब्रमण्यम स्वामी बोले RSS भाजपा का पॉवर प्लांट, हम सब बल्ब हैं
नई दिल्ली। भाजपा के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने आरएसएस को भारतीय जनता पार्टी का पॉवर प्लांट बताया है। लोकसभा चुनाव से पहले स्वामी ने ट्वीट करके बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के बिना भाजपा का कोई अस्तित्व नहीं है। यह समझना होगा कि आरएसएस भाजपा का पॉवर प्लांट है। हम सभी सांसद सिर्फ बल्ब हैं जो बिजली मिलने पर ही रोशनी देते हैं, अन्यथा हम फ्यूज हो जाएंगे।
आरएसएस भाजपा के मुद्दों में हस्तक्षेप नहीं करती
हालांकि स्वामी ने साफ किया है कि आरएसएस भाजपा के हर मुद्दे में हस्तक्षेप नहीं करती है और ना ही वह पार्टी कोहर स्तर पर मैनेज करती है, लेकिन पार्टी का बृहद दायरा काफी उलझा हुआ है, इसे मैं काफी मुश्किल से समझ सका हूं और इसे अन्य लोगों को भी समझना होगा। गौर करने वाली बात है कि स्वामी अक्सर अपने बयान और ट्वीट की वजह से चर्चा में रहते हैं। वह कई मौकों पर खुलकर हिंदुत्व की वकालत करते रहे हैं। बता दें कि स्वामी जनसंघ के दौर से भाजपा में हैं।
वाजपेयी सरकार गिराने में अहम भूमिका
सुब्रमण्यम स्वामी ने 1980 में तमिलनाडु में कांग्रेस और एआईएडीएमके को साथ लाने में अहम भूमिका निभाई थी, इसकी बड़ी वजह यह थी कि वह वाजपेयी सरकार को गिराना चाहते थे। उस वक्त उन्होंने कहा था कि मेरा लक्ष्य सेक्युलर सरकार का गठन है। बता दें कि 1980 में वाजपेयी के विरोध की वजह से स्वामी को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया गया था। स्वामी की पत्नी रोक्सना स्वामी ने अपनी किताब में इस बात का जिक्र किया है कि आरएसएस ने वाजपेयी का पक्ष लेते हुए उनके साथ मिलकर भाजपा का गठन किया था और उनके पति को बाहर का रास्ता दिखा दिया था।
भाजपा-आरएसएस ने दिया धोखा
वर्ष 2000 में स्वामी ने एक संपादकीय लिखा था जिसमें उन्होंने कहा था कि आरएसएस की योजना है हिंदू राष्ट्र के गठन की। उन्होंने लिखा था कि भाजपा और आरएसएस के लोगों ने आपातकाल के संघर्ष को धोखा दिया है। जिस तरह से वाजपेयी और बालासाहेब देवरस ने इंदिरा गांधी को मांफीनामा दिया था, वह आपातकाल के संघर्ष के साथ विश्वासघात है। हालांकि 2006 में एक बार फिर से स्वामी आरएसएस के साथ जुड़ गए थे। उस वक्त स्वामी की पुस्तक के लॉच में आरएसएस के तत्कालीन चीफ केएस सुदर्शन शामिल हुए थे।
BJP cannot survive without RSS. Understand that RSS is the power plant. We MPs are bulbs which shine on getting electricity or can get fused. But RSS does not micro manage BJP and its macro perspective is complex. This I learnt the hard way. PTs should learn this
— Subramanian Swamy (@Swamy39) March 21, 2019
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