सिर्फ खाना नहीं, ट्रैफिक शोर से भी बढ़ रहा है मोटापा, शोध में हुआ खुलासा
अभी तक मोटापे का कारण खाना और हॉर्मोन्स को बताया जाता था, लेकिन हाल ही में हुए एक शोध में खुलासा हुआ है कि ट्रैफिक के शोर से भी मोटापा बढ़ रहा है। बार्सिलोना इंस्टीट्यूट फॉर ग्लोबल हेल्थ शोध में खुलासा हुआ है कि ज्यादा समय तक ट्रैफिक शोर में रहना मोटापे का जोखिम बढ़ा सकता है।
नई दिल्ली। अभी तक मोटापे का कारण खाना और हॉर्मोन्स को बताया जाता था, लेकिन हाल ही में हुए एक शोध में खुलासा हुआ है कि ट्रैफिक के शोर से भी मोटापा बढ़ रहा है। बार्सिलोना इंस्टीट्यूट फॉर ग्लोबल हेल्थ शोध में खुलासा हुआ है कि ज्यादा समय तक ट्रैफिक शोर में रहना मोटापे का जोखिम बढ़ा सकता है। शोधकर्ताओं ने स्टडी में बताया कि ज्यादा शोर में रहने वाले लोग इस जोखिम में ज्यादा रहते हैं। 10 डेसिबल शोर में रहने वाले लोगों में मोटापे में 17 फीसदी तक की वृद्धि देखी गई है।
एनवायरनमेंट इंटरनेशनल में छपे शोध में पता चला है कि ट्रैफिक शोर में ज्यादा समय तक रहने के कारण व्यक्ति में मोटापे का खतरा बढ़ जाता है। शोध की ऑथर मारिया फोरेस्टर ने कहा कि हमारे विश्लेषण से पता चलता है कि ट्रैफिक शोर के उच्चतम स्तर के संपर्क में आने वाले लोगों को मोटापा होने का अधिक खतरा होता है। शोर में 10 डेसिबल की बढ़त से 17 फीसदी मोटापा बढ़ने का जोखिम रहता है।
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स्पेन के बार्सिलोना इंस्टीट्यूट फॉर ग्लोबल हेल्थ शोध में बताया गया कि शोर से व्यक्ति को स्ट्रेस होता है और सोने में भी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इससे हॉर्मोन्स में भी बदलाव होते हैं और ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। लंबी अवधी में इससे और भी बीमारियां होने की आशंका रहती है। ट्रैफिक शोर में ज्यादा समय तक रहने से दिल की बीमारी भी हो सकती है।
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