खुद को 'India Occupied Kashmir' का बता रहे युवक को सुषमा ने दिया था ऐसा जवाब कि 2 मिनट में बना दिया 'भारतीय'
नई दिल्ली। मंगलवार को देश की पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का आकस्मिक निधन हो गया। वे 67 साल की थीं और उनके अचानक देहांत से देशभर में शोक की लहर है। हर कोई उनके लिए अपने विचारों और दुख को किसी न किसी माध्यम से व्यक्त कर रहा है। विपक्ष के नेता भी उनके अचानक निधन से हैरान हैं और अपनी संवेदना जाहिर कर रहे हैं। राजनीति के साथ साथ काम के लिए सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव रहने वाली सुषमा, विदेश में फंसे कई भारतीयों के लिए मानो फरिश्ता बन गईं थी। वे ट्विटर के माध्यम से न सिर्फ लोगों की परेशानी सुनती थीं बल्कि झटपट उन तक मदद भी पहुंचाती थीं। इसके अलावा देश के खिलाफ एक शब्द भी बोलने वालों को कतई नहीं बख्शती थीं। इसका एक उदाहरण बीते साल देखने को मिला था।
युवक ने कहा 'भारत अधिकृत कश्मीर' से हूं मदद करें
दरअसल जब सुषमा विदेश मंत्री थीं तब शेख अतीक नाम के एक युवक ने उन्हें टैग कर एक ट्वीट किया। ट्वीट में लिखा था, मैं जम्मू कश्मीर से हूं, फिलीपींस में मेडिसन का कोर्स कर रहा हूं और मेरा पासपोर्ट डैमेज हो गया है। मैंने एक माह पहले नए पासपोर्ट के लिए अप्लाई किया था। मुझे मेडिकल चेकअप के लिए घर जल्दी जाना जरूरी है, कृप्या मेरी मदद करें। यहां सुषमा ने मदद से पहले शेख अतीक की प्रोफाइल को ठीक से देखा और जबरदस्त जवाब दिया और उनका ट्वीट मानो हर जगह चर्चा का विषय बन गया।
''भारत अधिकृत कश्मीर' जैसी कोई जगह नहीं है'
शेख अतीक का ट्विटर प्रोफाइल खंगालने के बाद सुषमा ने जवाब में लिखा- 'शेख अगर आप जम्मू कश्मीर प्रदेश से हैं तो हम आपकी मदद जरूर करेंगे लेकिन आपकी प्रोफाइल में लिखा है कि आप 'भारत अधिकृत कश्मीर' से हैं। ऐसी कोई जगह तो है ही नहीं'। सुषमा का ये ट्वीट था की शख्स तुरंत सही रास्ते पर आ गया और अपनी प्रोफाइल में बदलाव किया। इसके बाद फिर से सुषमा का जवाब आया- 'शेख मुझे खुशी है कि आपने अपनी प्रोफाइल में सुधार किया है। ये जम्मू कश्मीर से एक भारतीय नागरिका है, फिलीपींस में भारतीय एमबेसी इसे तुरंत मदद पहुंचाए।'
'खुदकुशी की बात नहीं सोचते, हम हैं ना...'
सुषमा सोशल मीडिया की से अकसर ही लोगों की समस्या का समाधान करती रही थीं। अप्रैल माह में जब सुषमा स्वराज विदेश मंत्री थीं तब सऊदी अरब के रियाद में फंसे एक शख्स ने भारतीय दूतावास से मदद मांगते हुए कहा कि वो भारत वापस आना चाहता है। मदद ना मिलने पर उसने आत्महत्या करने की बात कही थी। इस पर सुषमा स्वराज ने फौरन प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट किया- 'खुदकुशी के बारे में नहीं सोचते, हम हैं न। हमारा दूतावास आपकी पूरी मदद करेगा। सुषमा स्वराज ने इस ट्वीट में रियाद स्थित भारतीय दूतावास को टैग कर मामले की रिपोर्ट भी मांगी थी।
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