JNU से लापता IGNOU का शोध छात्र वापस लौटा, पुलिस को बताया: पटना में गंगा स्नान के लिए गया था
नई दिल्ली। इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी (इग्नू) का एक शोध छात्र, जो सोमवार ( 8 जनवरी ) को दिल्ली स्थित प्रतिष्ठित जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के परिसर से गायब था, वो मिल गया है। पुलिस के अनुसार छात्र का अपहरण नहीं हुआ था। पुलिस ने कहा कि वह छात्र पटना गया था और गुरुवार (11 जनवरी) को वापस आ गया। 29 वर्षीय छात्र ने कथित तौर पर पुलिस को बताया कि वो पटना में गंगा स्नान के लिए गया था। जेएनयू स्टूडेंट्स यूनियन (जेएनयूएसयू) की अध्यक्ष, गीता कुमारी ने गुरुवार को फेसबुक पर छात्र की सुरक्षित वापसी की जानकारी दी। गीता ने लिखा था कि स्कूल ऑफ लाइफ साइसेंज के लापता छात्र मुकुल जैन मिल गए हैं। वह व्यक्तिगत काम के लिए गए थे और प्रयोगशाला में अपना सामान छोड़ा था।
जैन, इग्नू के गाइड के तहत शोध कर रहे हैं
जैन, जो इग्नू के गाइड के तहत अपना शोध कर रहे हैं और इनको कथित रूप से सोमवार को जेएनयू में आखिरी बार देखा गया था। उनके जेएनयू के सह-गाइड ने कहा वह अपने शोध के लिए जेएनयू में एक प्रयोगशाला का प्रयोग कर रहे थे। जेएनयू प्रवक्ता ने कहा कि उनके पास जैन के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। पुलिस उपायुक्त (दक्षिण-पश्चिम) मिलिंद महादेव दुमबेरे ने कहा कि जैन ने दावा किया कि वे सोमवार को गंगा में स्नान के लिए लिए पटना गए थे और बुधवार (10 जनवरी) तक वहां थे।
पुलिस उपायुक्त ने कहा कि...
पुलिस उपायुक्त ने कहा कि वह सोमवार को जेएनयू कैंपस छोड़ने के तुरंत बाद पटना चले गए थे। उन्होंने दिल्ली से एक ट्रेन ली जो एक दिन बाद पटना पहुंची। पटना में एक दिन बिताने के बाद, उन्होंने वापसी की ट्रेन ली और गुरुवार की सुबह लौट आए। पुलिस उपायुक्त ने कहा कि यह स्पष्ट नहीं हो रहा है कि जैन पटना गए या वहां उन्होंने क्या किया था। पुलिस उपायुक्त ने कहा, 'उन्होंने हमें इतना विश्वास दिलाया है कि वह गंगा में स्नान करने गए थे।'
जैन के लापता होने का मामला नजीब अहमद के लापता होने से जोड़ा गया
बता दें कि शुरुआती खबरों में जैन के लापता होने का मामला नजीब अहमद के लापता होने से जोड़ा गया। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) से संबद्ध छात्रों के साथ झड़प के बाद 15 अक्टूबर 2016 की सुबह जेएनयू हॉस्टल से एक साल पहले जेएनयू जैव प्रौद्योगिकी के छात्र नजीब गायब हो गए थे। अभी तक उनका पता नहीं चल सका है।