कुरुक्षेत्र में 'जहां कृष्ण ने दिया गीता का उपदेश' क्या वहां मज़ार बना दी गई?
सोशल मीडिया पर हरियाणा के कुरुक्षेत्र का एक वीडियो इस दावे के साथ शेयर किया जा रहा है कि 'कुरुक्षेत्र में जहाँ भगवान कृष्ण ने अर्जुन को गीता का उपदेश दिया वहाँ मज़ार बना दी गई है'.

कुरुक्षेत्र के ज्योतिसर तीर्थस्थान के बारे में मान्यता है कि महाभारत युद्ध के समय इसी स्थान पर भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को गीता उपदेश दिया था.
https://twitter.com/Official_Teamvs/status/1523485195374333953
क़रीब ढाई मिनट के इस वीडियो में एक युवक कुरुक्षेत्र के तीर्थस्थल में मंदिर के पास मज़ार बनने का दावा करता है और हिन्दू समुदाय के लोगों से वीडियो को ज़्यादा से ज़्यादा शेयर करने और मज़ार को दो दिनों के अंदर हटाए जाने की अपील करता है.
वायरल वीडियो में युवक को कहते सुना जा सकता है कि ''दोस्तों मैं आपको कुरुक्षेत्र लेकर आया हूँ. जहाँ पर कृष्ण भगवान ने अर्जुन को गीता का ज्ञान दिया था और आज यहाँ पर मंदिर की जगह मज़ार बनने लगी है. अगर सच्चे हिन्दू और सनातनी हैं तो वीडियो को शेयर कर देना वरना चुल्लू भर पानी में डूब मरना. ये लोग (मुस्लिम) 20 प्रतिशत होने पर हमको जीने नहीं दे रहे अगर 50 प्रतिशत हो गए तो आप सब (हिन्दू ) यात्रा नहीं निकाल पाएंगे.''
इतना कहने के बाद युवक एक पेड़ के पास जाता दिखाई देता है और कहता है कि ''ये वही वट वृक्ष है, जिसके नीचे श्री कृष्ण ने अर्जुन को गीता का ज्ञान दिया था और इसके पास जो भव्य मंदिर बन रहा है, वहाँ मज़ार बन रही है.''
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इसके बाद ढांचे की तरफ़ इशारा करते हुए युवक ढांचे पर चढ़ी चादर पर लिखे हुए 'जय पीर बाबा दी' और '786' को दिखाकर कहता है कि ''ये लोग (मुस्लिम) ऐसे ही शुरुआत करते हैं, काशी में क्या हुआ था, मथुरा में क्या हुआ था आप सभी को याद है.''
युवक वीडियो में वहाँ के संगठनों से भी इस ढांचे पर कार्यवाही करने की अपील करता है. वायरल वीडियो को अभी तक ट्विटर और फ़ेसबुक पर लगभग दो लाख से ज़्यादा बार देखा जा चुका है और 25 हज़ार से ज़्यादा बार शेयर किया जा चुका है.
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न्यूज़ चैनल सुदर्शन न्यूज़ ने भी इस वीडियो को 'लैंड जिहाद' कहते हुए आधिकारिक ट्विटर हैंडल से शेयर करते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और गृह मंत्री अनिल विज़ को टैग कर 'मज़ार' पर कार्यवाही की अपील की है.
https://twitter.com/SudarshanNewsTV/status/1523373196585893888
विश्व हिन्दू परिषद के संयुक्त सचिव सुरेंद्र जैन ने हरियाणा के मुख्यमंत्री और गृह मंत्री सहित अन्य लोगों को टैग कर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि ''इलाज हो चुका है. समाज को जागृत करने के लिए इस तरह की सक्रियता बहुत ज़रूरी है.''
बीबीसी ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल हो रहा वीडियो भ्रामक और ग़लत संदर्भ के साथ फैलाया जा रहा है.
क्या है वीडियो की सच्चाई?
वीडियो की सत्यता जानने के लिए बीबीसी ने कुरुक्षेत्र के एडिशनल डिप्टी कमिश्नर आईएएस अखिल पिलानी से बात की जिन्होंने बताया, ''वायरल वीडियो में दिख रहा ढांचा कुरुक्षेत्र के ज्योतिसर तीर्थ स्थल परिसर का है और बहुत पहले से मौजूद है और यह कोई नया निर्माण नहीं है. वीडियो को जान बूझकर ग़लत संदर्भ में और माहौल बिगाड़ने की मंशा से बनाया गया है, जिसकी जाँच जारी है.''
बीबीसी ने इसके बाद कुरुक्षेत्र के डीएसपी सुभाष सिंह से बात की और उन्होंने बताया कि वीडियो के वायरल होने बाद उन्होंने मौक़े पर पहुँच कर मामले की जाँच की जिसमें उन्होंने पाया की वीडियो में जिस ढाँचे को मुस्लिम मज़ार और अतिक्रमण बताकर वायरल किया जा रहा है. वह एक ब्राह्मण परिवार द्वारा बनाया गया पितरों का स्थान है, जो कई सालों से परिसर में मौजूद है.
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सुभाष सिंह आगे कहते हैं, ''कुछ असामाजिक तत्वों ने क्षेत्र के माहौल को ख़राब करने के लिए पितरों के स्थान पर नीले रंग की चादर चढ़ा दी जिस पर मुस्लिम धर्म के चिह्न बने हुए थे और 'जय पीर बाबा दी' लिखा हुआ था.''
कुरुक्षेत्र थाने के थानेदार राजपाल सिंह ने बीबीसी से बात करते हुए कहा, ''ज्योतिसर के वायरल वीडियो का पुलिस द्वारा अवलोकन कर मौक़े से जो जानकारी प्राप्त हुई, उससे पता चला कि ज्योतिसर गाँव के रोशन लाल के पिता अर्जुन दास ने इस ढांचे का निर्माण लगभग 30-35 साल पहले अपने पितरों के लिए बनवाया था.''
थानेदार राजपाल सिंह ने कहा कि पुलिस ने मामले में एक डीडीआर (डेली डायरी रजिस्टर) दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है और दोषी पर धार्मिक भावनाएँ भड़काने के आरोप के तहत कार्रवाई की जाएगी.
कुरुक्षेत्र पहुँचा बीबीसी
मामले की ज़मीनी हक़ीक़त जानने के लिए बीबीसी ज्योतिसर तीर्थस्थल पहुँचा जहाँ पहले से ही 'अखंड भगवा भारत संघ' नाम के एक हिन्दू संगठन के कुछ लोग मौजूद थे जो वायरल वीडियो देखने के बाद विवादित ढांचे पर प्रदर्शन करने पहुंचे थे. ये उसे हटाने या फिर उसका आकार बदलने की मांग कर रहे थे.
बीबीसी जब ढांचे से संबंध रखने वाले ज्योतिसर गाँव के पंडित अर्जुन दास के घर पहुँचा तो उनके 6 बेटों में से एक ऋषिपाल की पत्नी पिंकी शर्मा ने बीबीसी कहा, "ये जो गाँव में बिना बात किसी ने पितरों के स्थान पर चादर चढ़ा कर शरारत की है. उसकी वजह से पुलिस वाले पूछताछ कर रहे हैं. ऐसा कुछ नहीं है, वो हमारे पितर हैं और हम दिवाली पर उनकी पूजा करते हैं. हम हिन्दू परिवार से हैं और ब्राह्मण जाति से हैं."
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मामले में ताज़ा जानकारी देते हुए ज्योतिसर थाने के सब इंस्पेक्टर राम सनेही ने बीबीसी से बात कर बताया कि "झूठी ख़बर के चलते जो विवाद हुआ उस के कारण परिवार ने अपने पितरों के स्थान को ज्योतिसर तीर्थस्थान से हटाकर अपने खेतों में स्थापित कर दिया है."
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