मध्यप्रदेश में ओले-बारिश का कहर, सीएम ने जिला अधिकारियों को दिए निर्देश
भोपाल के आसपास 12 जिलों होशंगाबाद, सीहोर, विदिशा, गुना, राजगढ़, बैतूल, हरदा व रायसेन के ग्रामीण अंचल में ओलावृष्टि से गेहूं, चना, मसूर और धनिया की फसलों को 20% नुकसान होने की आशंका है
नई दिल्ली। मध्यप्रदेश के मौसम में अचानक हुए बदलाव से भारी नुकसान हुआ है। रविवार को हुई तेज बारिश और ओलावृष्टि ने खेतों में पककर तैयार हो खड़ी फसल को नुकसान पहुंचाया है। कई जगह 10 से 15 मिनट तक ओले गिरने की खबर है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ओलावृष्टि प्रभावित क्षेत्रों के जिलाधिकारियों को तत्काल फसल हानि का आकलन कराने के निर्देश दिए हैं। मौसम विभाग के मुताबिक, मध्य प्रदेश में एक-दो दिन खराब मौसम रहने के आसार हैं।
12 जिले बुरी तरह से प्रभावित
भोपाल के आसपास 12 जिलों होशंगाबाद, सीहोर, विदिशा, गुना, राजगढ़, बैतूल, हरदा व रायसेन के ग्रामीण अंचल में ओलावृष्टि से गेहूं, चना, मसूर और धनिया की फसलों को 20% नुकसान होने की आशंका है। मालवा-निमाड़ अंचल में भी रविवार को मावठे के साथ ओले गिरे। देवास जिले में गेहूं की फसल बर्बाद हो गई। ग्राम अमेली में खेत पर काम कर रहे एक ही परिवार के 6 सदस्य सिर पर ओले गिरने से घायल हो गए। खातेगांव, हरणगांव और नेमावर क्षेत्र में बारिश व ओलों ने तबाही मचाई। चने की घेंटियां खिर गई। खंडवा शहर सहित, पंधाना, सिहाड़ा में आंधी के साथ ओले गिरने से खेतों में सफेद चादर बिछी नजर आई। शाजापुर, शुजालपुर, कालापीपल में रुक-रुककर बारिश हुई।
24 घंटों के दौरान हुई बारिश और ओलावृष्टि ने बड़े पैमाने पर फसलों को नुकसान पहुंचाया है
मध्य प्रदेश में बीते 24 घंटों के दौरान हुई बारिश और ओलावृष्टि ने बड़े पैमाने पर फसलों को नुकसान पहुंचाया है। बारिश मध्य प्रदेश प्रदेश के दो दर्जन से ज्यादा जिलों के किसानों पर रविवार की सुबह आफत बनकर आई। तेज बारिश और ओलावृष्टि ने खेतों में पककर तैयार हो चुकी फसल को नुकसान पहुंचाया। कई मवेशियां मारी गई हैं। इस समय गेहूं, सरसों और चना की फसल लगभग पक चुकी है। आने वाले दिनों में उसकी कटाई का भी क्रम शुरू होने वाला था। मौसम में आए इस बदलाव से कई हिस्सों में तो 80 फीसदी तक फसल चौपट हो गई है। मौसम में आए बदलाव से कई स्थानों पर गरज-चमक के साथ बिजली भी गिरी।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जिला अधिकारियों को निर्देश दिए
राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ओलावृष्टि प्रभावित क्षेत्रों के जिलाधिकारियों को तत्काल फसल हानि का आकलन कराने के निर्देश दिए हैं। चौहान ने किसानों को आश्वस्त किया है कि ओलावृष्टि के कारण फसलों की क्षति की भरपाई की जाएगी। उन्होंने कहा है कि किसान चिंता न करें। संकट की घड़ी में सरकार सदैव की तरह उनके साथ है। मुख्यमंत्री ने ओलावृष्टि से प्रभावित जिलों के जिलाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि फसल के नुकसान के मूल्यांकन के लिए तत्काल टीमें भेजकर हानि का आकलन करवाएं ताकि समय पर किसानों को उचित मुआवजा दिया जा सके।
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