कश्मीर में सेना और सीआरपीएफ पर पत्थर फेंकने के लिए मिलती है 5,000 से 7,000 रुपए सैलरी
एक न्यूज चैनल के स्टिंग में सामने आया जम्मू कश्मीर का पूरा सच। घाटी के युवाओं को पत्थरबाजी के लिए दिए जा रहे हैं पैसे और हिजबुल मुजाहिद्दीन कमांडर बुरहान वानी की मौत के बाद से जारी है यही ट्रेंड।
श्रीनगर। पिछले दिनों कश्मीर के बडगाम जिले में आतंकियों के साथ जब एनकाउंटर चल रहा था तो स्थानीय लोगों की ओर से सुरक्षाबलों पर पत्थर फेंके जा रहे थे। एक आतंकी को तो मार गिराया गया लेकिन इस पत्थरबाजी में 40 से ज्यादा सीआरपीएफ जवान भी जख्मी हो गए। लेकिन आप नहीं जानते हैं कि इस पत्थरबाजी के लिए युवाओं को अच्छी खास रकम भी अदा की जा रही है।
हर माह पैसे, कपड़े और जूते भी
घाटी में जब पिछले वर्ष जुलाई में हिजबुल मुजाहिद्दीन कमांडर बुरहान वानी को मारा गया तब से ही इस तरह की पत्थरबाजी की ट्रेंड चल निकला है। अब एक न्यूज चैनल की ओर से एक स्टिंग में सामने आया है कि इस पत्थरबाजी के लिए युवाओं को 5,000 से 7,000 रुपए तक अदा किए जाते हैं। इन पत्थरबाजों को उनके अंडरग्राउंड हो चुके आकाओं की ओर से सुरक्षाबलों, सरकारी अधिकारियों और संपत्ति को नुकसान करने के लिए कीमत अदा की जाती है। इस चैनल के स्टिंग में कुछ युवाओं से बात की गई है और उन्होंने बताया है कि कैसे हर माह उन्हें इन सबके लिए तनख्वाह पर रखा गया है। जो युवा इस स्टिंग में नजर आ रहे हैं उनका नाम है जाकिर अहमद भट, फारुख अहमद लोन, वसीम अहमद खान, मुश्ताक वीरी और इब्राहिम खान ओर इन सभी ने कई हैरान कर देने वाले खुलासे किए हैं। जाकिर अहमद भट की मानें तो हर माह सुरक्षाबलों पर पथराव के लिए 5,000 से 7,000 रुपए और कपड़े और कभी-कभी इन्हें जूते तक दिए जाते हैं।
अब शुक्रवार को होगी पत्थरबाजी
भट मोलटोव कॉकटेल या पेट्रोल बम बनाने में भी माहिर है और वह पिछले वर्ष इस तरह के हमले के लिए वॉन्टेड है। उसने कैमरे पर कुबूल किया है कि उसे इस बात को कोई भी गम नहीं है कि सेना और सीआरपीएफ के अलावा जम्मू कश्मीर पुलिस पर हमला करने के लिए उसे विदेशों से पैसे मिलते हैं। उसने कहा है, 'हम सुरक्षाबलों, सेना के जवानों और जम्मू कश्मीर पुलिस के जवानों के अलावा विधायकों और सरकारी गाड़ियों पर हमला करते हैं।' भट ने उन लोगों के बारे में कुछ भी बताने से साफ इंकार कर दिया जो उसे ऐसा करने के लिए पैसे देता है। उसने कहा कि वह मर जाएगा लेकिन उन लोगों के नाम नहीं बताएगा जो उन्हें पैसे देते हैं। यह उसकी रोजी रोटी का सवाल है। भट ने बारामूला, सोपोर और पट्टन में सुरक्षाबलों पर पथराव करने की बात कुबूल की है। उसने कहा है कि अब वह और उसके साथ बारामूला जाएंगे जहां पर शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन होगा।