प्याज की कीमतों को काबू करने के लिए सरकार ने उठाया बड़ा कदम
नई दिल्ली। प्याज की आसमान छूती कीमतों को लेकर देश के सभी हिस्सों में लोग परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसी बीच सरकार प्याज की कीमतों को कम करने के लिए हर संभव कोशिश कर रही है। सोमवार को उपभोक्ता, खाद्य मंत्रालय ने प्याज की स्टॉक होल्डिंग लिमिट 5 मीट्रिक टन से घटाकर 2 मीट्रिक टन कर दी है। यह सीमा रिटेलर्स के लिए तय की गई है। होल सेलर 25 मीट्रिक टन तक स्टॉक रख सकेंगे।
वहीं थोक कारोबारियों के लिए प्याज भंडारण की सीमा को 50 टन से घटाकर 25 टन कर दिया गया था। इसके साथ ही उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने राज्य सरकारों को निर्देश दिया कि वे तत्काल प्रभाव से सीमा से अधिक प्याज जमा रखने वाले खुदरा कारोबारियों पर कार्रवाई करें। भारी बारिश के कारण प्याज की खरीफ फसल का उत्पादन घट जाने के कारण पिछले दो महीने में प्याज की कीमत बढ़कर आसमान पर पहुंच गई है।
वहीं दूसरी ओर देश की सबसे बडी मंडी लासलगाव में सोमवार को प्याज के दाम में भारी गिरावट देखी गई। सोमवार को (9 दिसंबर) लाल प्याज के दाम का अधिकतम मूल्य प्रतिक्विंटल के लिए 5700 रुपए था। तो औसत मूल्य 4200 रुपए था। वहीं छोटे प्याज को कम से कम 2100 रुपए प्रति क्विंटल दाम मिला है। सरकार की तरफ से उठाए गए कदम के चलते ही प्याज के होलसेल दाम में भारी गिरावटी देखी गई।
नागरिकता संशोधन बिल: ओवैसी ने बिल की कॉपी फाड़ी, कहा- देश एक और बंटवारे की तरफ जा रहा है