स्टैच्यू ऑफ यूनिटी: निर्माण स्थल पर ऊंचाई से गिरकर 45 साल के मजदूर की मौत
अहमदाबाद। गुजरात में बन रही दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का 70 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। इसी निर्माण कार्य में लगे 45 साल के एक मजदूर की पुल से गिरकर मौत हो गई है। मजदूर का नाम मेंहदी रसूल सिद्दीकी है जो मूल रूप से झारखंड का रहने वाला था। मेंहदी की मौत के बाद निर्माण स्थल पर काम कर रहे मजदूरों ने कंस्ट्रक्शन कंपनी के खिलाफ प्रदर्शन किया और मेंहदी के लिए मुआवजे की मांग की। आपको बता दें कि स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के निर्माण का कार्य लार्सन एंड टूब्रो (L & T) के अंडर चल रही है। वहीं कंपनी के अधिकारी के तरफ से जो बयान आया है उसके मुताबिक मजदूरों ने निर्माण कार्य रोका था लेकिन अब वो वापस काम शुरू कर चुके हैं।
जानकारी के मुतबिक हादसा शुक्रवार को उस वक्त हुआ जब मेंहदी एक निर्माणाधीन पुल से फिसल कर नीचे गीर गया। उसे फौरन वड़ोदरा के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस के मुताबिक मेंहदी की तबीयत पहले से खराब थी जिसके चलते वो कमजोर हो चुका था और काम के दौरान खुद पर नियंत्रण नहीं रख सका। अस्पताल से वापस जब कंस्ट्रक्शन साइन साइट पर मेंहदी का शव नहीं लाया गया तो मजदूर नाराज हो गए और शव की मांग करते हुए प्रदर्शन करने लगे।
उसके बाद लार्सन एंड टूब्रो के अधिकारियों ने मजदूरों के लिए एक बस का इंतजाम किया और उन्हें बस में बैठकार अस्पताल ले गए जहां मेंहदी का शव रखा हुआ था। अधिकारियों ने बताया कि अन्य कर्मचारियों और मजदूरों की यह मांग थी कि मेंहदी के शव को उसके गांव पहुंचाया जाए जहां उसके परिजन उसका अंतिम संस्कार कर सकें। उल्लेखनीय है कि देश के कोने-कोने से लगभग 4500 वर्कर्स स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के निर्माण कार्य में लगे हुए हैं। स्टैच्यू ऑफ यूनिटी 182 मीटर (597 फीट) ऊँचा गुजरात सरकार द्वारा प्रस्तावित भारत के प्रथम उप प्रधानमन्त्री तथा प्रथम गृहमन्त्री सरदार पटेल का स्मारक है। गुजरात के मुख्यमन्त्री नरेन्द्र मोदी ने 31 अक्टूबर 2013 को सरदार पटेल के जन्मदिवस के मौके पर इस विशालकाय मूर्ति के निर्माण का शिलान्यास किया था। निर्माण कार्य को साल 2018 के अंत तक पूरा करने का लक्ष्य है।