अमृतसर रेल हादसा: पंजाब सरकार ने राजकीय शोक का ऐलान किया, सभी स्कूल रहेंगे बंद
अमृतसर। पंजाब के अमृतसर में हुए रेल हादसे में 60 से ज्यादा लोगों की मौत के बाद मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने राज्य में एक दिन के राजकीय शोक का ऐलान किया है। साथ ही शनिवार को राज्य के सभी स्कूल-कॉलेजों के साथ सरकारी ऑफिसों को भी बंद रखने के आदेश जारी किए हैं। हादसा जोड़ा रेल फाटक के पास उस वक्त हुआ जब पठानकोट से अमृतसर जा रही डेमू ट्रेन गुजर रही थी। मरने वालों में ज्यादातर लोग उत्तर प्रदेश और बिहार के बताए जा रहे हैं। चश्मदीदों के मुताबिक, मौके पर कम से कम 300 लोग मौजूद थे जो पटरियों के निकट एक मैदान में रावण दहन देख रहे थे।
पंजाब सरकार ने अमृतसर में हुए हादसे पर प्रदेश में शनिवार को एक दिन के शोक की घोषणा की। इस दौरान सभी दफ्तर, शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे। पंजाब सरकार ने राहत और बचाव कार्यों की निगरानी के लिए संकट प्रबंधन टीम का गठन किया है। टीम का नेतृत्व स्वास्थ्य मंत्री ब्रह्म मोहिन्द्रा कर रहे हैं, राजस्व मंत्री सुखबिंदर सिंह सरकारिया और तकनीकी शिक्षा मंत्री चरणजीत एस चन्नी ग्रुप के सदस्य हैं। टीम दुर्घटना स्थल पर पहुंच चुकी है।
उधर स्थानीय लोगों ने कहा कि नवजोत सिंह यहां से विधायक हैं और मंच पर उनकी पत्नी भी मौजूद थी लेकिन वो घटना के बाद मदद करने की जगह भाग गईं। आरोपों का दौर शुरू होने के बाद सिद्धू की पत्नी ने सफाई देते हुए कहा है कि वे घायलों से मिलने के लिए अस्पताल चली गईं थी। उन्होंने कहा कि रावण का पुतला जलाया गया और जब हादसा हुआ तो मैं निकल चुकी थी। घायलों का इलाज कराना प्राथमिकता है। जो लोग हादसे पर राजनीति कर रहे हैं उन्हें शर्म आनी चाहिए।
रावण दहन के वक्त जोड़ा फाटक के पास अचानक भगदड़ मच गई, जिसकी वजह से कई लोग ट्रैक की तरफ दौड़ने लगे इसी दौरान पठानकोट से अमृतसर की ओर आ रही ट्रेन की चपेट में आने की वजह से कई लोगों की मौत हो गई। इस घटना में घायल हुए लोगों को आनन-फानन में नजदीकी अस्पताल में भेजा गया है। एक प्रत्यक्षदर्शी का कहना है, ट्रेन काफी रफ्तार से आ रही थी। इसी दौरान कई लोग ट्रेन की चपेट में आ गए।
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