केंद्र से राज्य को नहीं मिला कोई फंड, हमारे पास वेतन देने तक के लिए पैसे नहींः महाराष्ट्र
नई दिल्ली। महाराष्ट्र सरकार में मंत्री विजय वडेट्टीवार ने गुरूवार को दिए एक बयान मे कहा है कि राज्य सरकार के पास अपने सरकारी कर्मचारियों को वेतन देने के लिए पैसे नहीं है। केंद्र सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए वडेट्टीवार ने कहा कि महाराष्ट्र को अभी तक केंद्र से कोई फंड नहीं मिला है। मंत्री ने सिलसिलेवार किए दो ट्वीट से केंद्र पर यह निशाना साधा।
मंत्री विजय वडेट्टीवार ने कहा कि सरकार के पास पैसे नहीं है और ऐसी स्थिति उसे अगले माह की सैलरी देने के लिए ऋण लेना होगा और अगर कोई नेता कहता है कि हमें फंड मिला है तो वह राज्य के साथ विश्वासघात कर रहा है। मंत्री के मुताबिक महाराष्ट्र में यह स्थिति कोविड-19 महामारी की वजह से उत्पन्न हुई है।
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राज्य में कोरोना की स्थिति को संभालने के लिए कैश का संकट नहीं है: मंत्री
हालांकि साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि राज्य में कोरोना की स्थिति को संभालने के लिए कैश का संकट नहीं है। उन्होंने आगे बताया कि महाराष्ट्र सरकार के तीन से चार विभागों को छोड़कर अन्य विभागों में खर्चों में कटौती की गई है। मंत्री के मुताबिक राज्य की यह स्थिति कोरोनावायरस महमारी की चलते हुई है।
भारत का सर्वाधिक कोरोना प्रभावित राज्य है महाराष्ट्र, 8000 से अधिक मौत
महाराष्ट्र भारत का सबसे अधिक कोरोना प्रभावित राज्य है, जहां अब तक 180298 मामले आ चुके हैं और 8000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। 1 जुलाई से देश में अनलॉक-2 लागू हो चुका है, लेकिन महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमितों की संख्या से सुधार नहीं हो रहा है, जिससे राज्य सरकार ने लॉकडाउन को 31 जुलाई तक बढ़ा दिया है।
बुधवार को महाराष्ट्र में संक्रमितों के 5,537 नए मामले सामने आए
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक राज्य में बुधवार को कोरोना वायरस से संक्रमित 5,537 नए मामले सामने आए हैं जिसके बाद कुल संक्रमितों की संख्या हर दिन तेजी बढ़कर है। बुधवार को ही राज्य में एक दिन में कोरोना संक्रमण से 198 और लोगों की मौत हुई है, जिससे महाराष्ट्र की भयावह स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है।