स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने बंद किए 41.16 लाख बचत खाते, जानिए वजह
नई दिल्लीः देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने 41.6 लाख बचत खातों को बंद कर दिया है। एसबीआई ने ये कार्रवाई मिनिमम बैलेंस न रखने के कारण की है। आरटीआई से मिली जानकारी के मुताबिक बैंक ने करीब 41.16 लाख खातों को बंद किया है। बैंक ने ये कार्रवाई पिछले दस महीनों के दौरान मिनिमम बैलेंस न रखने के कारण की है।
बैंक द्वारा इस कार्रवाई पर आरटीआई अर्जी पर एसबीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि बैंक में न्यूनतम जमा राशि उपलब्ध नहीं होने पर दंड शुल्क लगाने के प्रावधान के कारण एसबीआई ने वित्तीय वर्ष 2017-18 में 31 जनवरी तक बंद किए गए। सेविंग अकाउंट की संख्या लगभग 41.16 लाख है।
बता दें, बैंक में मिनिमम बैलेंस न रखने के कारण बैंक ग्राहक पर जुर्माना लगाता है। इसी को लेकर देश में काफी बहस भी चल रही है। नीरव मोदी कांड के बाद लोगों ने बैंकों के इस रवैये पर काफी आपत्ति जताई थी।
देश के सबसे बड़े बैंक ने एक अप्रैल से जुर्माने की राशि को 75 फीसदी तक घटाने का अहम फैसला लिया था। लंबे समय से देश के गरीब लोगों को बैंकिंग प्रणाली से जोड़ने की सरकार की महत्वाकांक्षी अभियान पर इसको लेकर बातचीत चल रही है।
सामाजिक कार्यकर्ता चंद्रशेखर गौड़ का कहना है कि 'अगर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया इस मद में जुर्माने की रकम को घटाने का निर्णय समय रहते कर लेता, तो उसे 41.16 लाख बचत खातों से हाथ नहीं धोना पड़ता। इसके साथ ही इन खाताधारकों को परेशानी नहीं होती जिनमें बड़ी तादाद में गरीब लोग शामिल रहे होंगे।'
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