स्टालिन ने राज्यपाल से की पलानिसामी सरकार को भंग करने की मांग
विधायकों की खरीद-फरोख्त का वीडियो सामने आने के बाद तमिलनाडु में राजनीतिक उथल-पुथल मची हुई है। विवादों से घिरी पलानिसामी सरकार को भंग करने के लिए स्टालिन राज्यपाल से जाकर मिले।
चेन्नई। द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) के कार्यवाहक अध्यक्ष एम के स्टालिन ने तमिलननाडु के राज्यपाल सी विद्यासागर राव से मिलकर पलानिसामी सरकार को भंग करने की मांग की। पलानिसामी की सरकार विधायकों की खरीद-फरोख्त के आरोपों से घिरी हुई है।
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स्टालिन ने कहा कि उनको एसेंबली में वह सीडी प्रस्तुत नहीं करने दिया गया जिसमें फरवरी में हुए विश्वास मत में शशिकला कैंप द्वारा एआईएडीएमके विधायकों की खरीद-फरोख्त किए जाने के सबूत दर्ज हैं। स्टालिन ने कहा कि इसी वजह से उन्होंने राज्यपाल से मिलने का फैसला लिया। राज्यपाल ने इस पर त्वरित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
तमिलनाडु की विधानसभा में इस वक्त हंगामे का माहौल है। एक अंग्रेजी चैनल के स्टिंग ऑपरेशन वीडियो में यह दिखाया गया कि फरवरी में हुए विश्वास मत में पलानिसामी की सरकार को बचाने के लिए शशिकला गुट ने एआईएडीएमके विधायकों को कैश और सोना देकर लुभाया।
पलानिसामी ने विधानसभा में विश्वास मत जीत लिया और इसमें 122 एआईएडीएमके विधायकों का समर्थन मिला। दक्षिण मदुरई के विधायक सर्वनन ने कैमरे पर स्वीकार किया है कि शशिकला गुट ने मुख्यमंत्री पलानिसामी को सपोर्ट देने के लिए 2 करोड़ से 6 करोड़ रुपए तक देने की पेशकश की थी।
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